भीलवाड़ा. शहर के खटीक समाज ने अपने 11वां सामूहिक विवाह सम्मेलन आयोजित किया. इस सामूहिक विवाह सम्मेलन में एक अनूठी पहल की गई. विवाह सम्मेलन में 7वें वचन के बाद दो वचन और दिलवाए गए जिसमें आठवां वचन शराब सेवन नहीं करने और 9वां वचन जीवन में कभी दहेज नहीं लेने का दिलवाया गया. इसी के साथ ही सामूहिक विवाह सम्मेलन में आए सभी लोगों को बाल विवाह रोकथाम का भी संदेश दिया. खटीक समाज का 11वां सम्मेलन मंगलवार को कोटा रोड स्थित खटीक समाज छात्रावास में संपन्न हुआ जिसमें 51 जोड़ें परिणय सूत्र में बंधे. साथ ही भगवान चारभुजा नाथ और माता तुलसी का विवाह करवाया गया.
वहीं आर्थिक रूप से कमजोर जोड़ों के विवाह में समाज ने सहयोग करते हुए कोई राशि नहीं ली. खटीक समाज समिति के जिला अध्यक्ष बंसीलाल पटेल ने कहा कि समाज में शराबबंदी और दहेज प्रथा पर रोक लगाने की पहल करते हुए इस बार हमने विवाह सम्मेलन में 7 वचन की जगह नवविवाहित जोड़ों को 9 वचन दिलवाए. जिसमें आठवां वचन शराब सेवन नहीं करने और नौवा वचन दहेज लेने और ना देने का दिलवाया. इसके साथ ही समाज में शिक्षा के प्रति भी जागृति लाने के लिए कई कदम उठाए जा रहे हैं इस सम्मेलन में हजारों की संख्या में समाज जनों ने भाग लिया. वहीं समाज के हर व्यक्ति को यह संदेश दिया जा रहा है कि हर नागरिक को अपनी बेटी को पढ़ा लिखा कर अपने पैरों पर खड़ा करना चाहिए. इसके साथ ही बाल विवाह पर भी रोक लगानी चाहिए. वहीं हमने अब तक 16सौ जोड़ों का विवाह करवा दिया है. इस विवाह सम्मेलन में भाजपा और कांग्रेस के पदाधिकारी ने भी भाग लिया.
इस सम्मेलन का हमारा मुख्य उद्देश्य यह है कि बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ को सार्थक करना. सामूहिक विवाह सम्मेलन प्रात 9 बजे शहर के दादा बाड़ी धान मंडी से होते हुए विशाल शोभायात्रा निकाली गयी. शोभायात्रा विवाह स्थल पर पहुंची. उसके बाद विवाह सम्मेलन का शुभारंभ हुआ. आशीर्वाद समारोह का भी आयोजन किया गया जिसमें भाजपा और कांग्रेस नेता सम्मिलित हुए. सम्मेलन के बाद हमारे समाज के आगामी 1 और 2 महीने में मीटिंग होगी. जिसमें निर्णय लिया जाएगा की आज के बाद कोई घर पर विवाह नहीं करें. सम्मेलन में ही विवाह करें इससे समाज एकजुट रह सके और कम खर्च में विवाह हो सके गौरतलब है कि खटीक समाज से दूसरे समाज को भी प्रेरणा मिलेगी और वह भी कम खर्च में विवाह समारोह का आयोजन करने की प्रेरणा लेंगे. अब देखना यह है कि खटीक समाज के इस सामूहिक विवाह सम्मेलन में अनूठी पहल से क्या दूसरे समाज के लोग भी प्रेरित होते हैं या नहीं.