भीलवाड़ा. अयोध्या में राम मंदिर के भूमि पूजन कार्यक्रम को लेकर टेक्सटाइल सिटी में एक अलग ही उत्साह देखने को मिला. भीलवाड़ा शहर के मंदिरों में आकर्षण साज सजावट की गई. कुछ मंदिरों में भगवान को करीब 12 हजार लड्डुओं का भोग भी लगाया गया. साथ ही सवा लाख दीपदान और यज्ञ की तैयारी की जा रही है.
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वहीं, राम मंदिर आंदोलन के दौरान भीलवाड़ा में अपने प्राणों की आहुति देने वाले दो कार सेवकों को राम मंदिर के भूमि पूजन के अवसर पर याद कर श्रद्धांजलि सभा का आयोजन भी किया गया. श्रद्धांजलि सभा के मौके पर राम मंदिर आंदोलन के दौरान कार सेवा में गए लोग भी पहुंचे और शहीद हुए कार सेवकों को श्रद्धा सुमन अर्पित किए.
विश्व हिंदू परिषद के प्रांतीय महामंत्री सुरेश गोयल ने कहा कि राम मंदिर आंदोलन में भीलवाड़ा के कार सेवकों ने भी आहुति दी थी. भीलवाड़ा में 12 मार्च, 1993 को आंदोलन के दौरान कार सेवक सुरेश जैन और रतन लाल सेन की पुलिस फायरिंग के दौरान मौत हो गई थी.
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सुरेश गोयल ने बताया कि करीब 30 हजार से ज्यादा लोग भीलवाड़ा स्थित सांगानेरी गेट पर जमा हुए थे और राम मंदिर के लिए राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन देने जाने वाले थे. इस बीच माहौल बिगड़ गया और तनातनी के बीच पुलिस की फायरिंग में सुरेश जैन और रतन लाल सेन की मौत हो गई. इन दोनों की स्मृति में सांगानेरी गेट पर एक शहीद स्मारक बनाया गया है. यहां हर साल 12 मार्च को श्रद्धांजलि सभा का आयोजन होता है. सुरेश गोयल ने कहा कि 5 अगस्त का दिन हमारे लिए काफी खुशी का दिन है. इसलिए हमने राम मंदिर के भूमि पूजन के अवसर पर अपने साथियों को याद कर श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया है.
भूमि पूजन के बाद पीएम मोदी ने रखी राम मंदिर की नींव
पिछले साल सुप्रीम कोर्ट ने दशकों पुराने मुद्दे का समाधान करते हुए अयोध्या में राम मंदिर निर्माण का मार्ग प्रशस्त कर दिया था. इसके बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए भूमि पूजन किया और मंदिर की आधारशिला रखी. भूमि पूजन समारोह में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत भी मौजूद रहे. इस दौरान पुजारियों ने मंत्रोच्चारण के साथ भूमि पूजन की शुरुआत की और फिर पीएम मोदी द्वारा मंदिर निर्माण के लिए आधारशिला रखे जाने के साथ ही भूमि पूजन संपन्न हो गया. कार्यक्रम के दौरान 9 शिलाओं की पूजा की गई और पीएम मोदी ने मंदिर की नींव की मिट्टी से अपने माथे पर तिलक लगाया. भूमि पूजन से पहले प्रधानमंत्री हनुमानगढ़ी स्थित मंदिर पहुंचे और राम मंदिर निर्माण के लिए हनुमान जी से आशीर्वाद मांगा.