भीलवाड़ा. औद्योगिक नगरी भीलवाड़ा शहर में एक ऐसा निकाह देखने को मिला जिसमें शिरकत करने तो हजारों लोग आने वाले थे और लजीज खाने का लुफ्त उठाने वाले थे, लेकिन हालातों को देखते हुए दूल्हे और दुल्हन ने केवल 4 लोगों की गवाही के साथ एक दूसरे को अपना जीवन साथी कबूल कर खाने का सारा राशन और सामान लॉक डाउन के चलते जरूरतमंदों को दे दिया. इनको जरूरतमंदों की जो दुआ मिलेगी उनका कोई मोल नहीं है. ये मानना इस परिवार का है.
भीलवाड़ा के मोहम्मद उस्मान पठान के बेटे का निकाह 22 मार्च को जनता कर्फ्यू के दौरान हुआ. जिसमें उन्होंने लिखा मैंने चार लोगों को बुलाना ही मुनासिब समझा. दूल्हे इमरान खान ने कहा कि निकाह के बाद हमारे घर पर होने वाली दावत को हमने कैंसिल कर दिया.
जनता कर्फ्यू के दौरान जिन जरूरतमंदों को इसकी सबसे ज्यादा आवश्यकता थी उनको ये सामान बांट दिया. दूल्हे ने भी कहां कि जनता कर्फ्यू और इस विश्वव्यापी महामारी कोरोनावायरस की बीमारी को देखते हुए हमारी शादी में हमने ना केवल 4 मेहमानों को बुलाया और शादी में लगाए जाने वाला राशन जो कि 3 हजार मेहमान के लिए था. वो सारा राशन भी हमनें कर्फ्यू के दौरान जरूरतमन्दों को दान कर दिया. ताकि शहर का कोई भी व्यक्ति भूखे पेट ना सोए.
पढ़ें- COVID-19: राजस्थान में कोरोना के 4 नए मरीज आए सामने, पॉजिटिव मरीजों की संख्या हुई 36
इस दौरान निकाह पढ़ाने वाले काजी अब्दुल जफर सिद्दीकी ने कहा कि इस माहौल में इस जोड़े का यह काम काबिले तारीफ है. एक और मुल्क में जहां मुनाफा कमाने से नहीं चूक रहे. वहां इस परिवार ने एक नेक काम की नजीर पेश की है.