भीलवाड़ा. श्रवण सिंह बगड़ी ने कहा कि प्रदेश की सत्ताधारी पार्टी के बड़े नेता भी दूसरे प्रदेश में प्रचार करने गए हैं, उनको तो क्वारेंटाइन नहीं किया गया है. वहीं, पितलिया के नामांकन वापस लेने में कांग्रेस द्वारा भाजपा पर दवाब की बात को सिरे से खारिज करते हुऐ बगड़ी ने कहा कि पितलिया पर भाजपा का कोई दबाव नहीं था. वह हमेशा भाजपा के साथ थे और भाजपा के साथ हैं.
दरअसल, भीलवाड़ा जिले की सहाड़ा विधानसभा उपचुनाव में भाजपा से बागी होकर निर्दलीय चुनाव लड़ने वाले लादूलाल पितलिया को लेकर काफी राजनीतिक गरमाई हुई है. जिसको लेकर भाजपा संगठन के प्रदेश मंत्री व भीलवाड़ा जिले की सहाड़ा विधानसभा उपचुनाव के प्रभारी श्रवण सिंह बगड़ी ने ईटीवी भारत से खास बातचीत करते हुए कहा कि सहाड़ा विधानसभा क्षेत्र में पिछले ढाई माह से मैं यहां का प्रभारी हूं. यहां मौजूद हूं, हमने चुनाव की घोषणा से पहले ही तमाम तैयारी धरातल पर पूरी कर ली है. विधानसभा क्षेत्र में संगठन स्तर पर 280 बूथ व शक्ति केंद्र हैं. हम मंडल व विधानसभा सम्मेलन का आयोजन कर चुके हैं. सहाड़ा विधानसभा क्षेत्र में कार्यकर्ता दिन-रात मेहनत कर रहे हैं और सभी कार्यकर्ताओं का एक ही उद्देश्य है कि भाजपा विजयी हो. चुनाव से पहले सभी दावेदारों ने दावेदारी जताई थी. उस समय हमने कमल के फूल को ही प्राथमिकता देते हुए एक उम्मीदवार बनाया और सभी ने कहा कि हम साथ हैं.
कांग्रेस का आरोप बेबुनियाद...
पिछले 3 दिनों से लगातार ऑडियो वायरल हो रहे हैं, जहां भाजपा पर कांग्रेश आरोप लगा रही है कि दबाव के कारण ही लादूलाल पितलिया ने नामांकन वापस लिया. इस सवाल पर श्रवण सिंह ने कहा कि ऐसा कुछ भी नहीं था. नामांकन वापस लेने के बाद पितलिया सभी के सामने आ गए और भाजपा प्रदेश मुख्यालय पर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष के सामने कहा कि मैं भाजपा प्रत्याशी के समर्थन में चुनाव मैदान में जनता से मतदान की अपील करूंगा.
पितलिया के नामांकन वापस लेने में भाजपा का कोई दबाव नहीं था. उन्होंने कार्यकर्ताओं और परिवार वालों से बात करके ही नामांकन वापस लिया. भाजपा मुख्यालय पर पितलिया मायूस नजर आ रहे थे. इस सवाल पर श्रवण सिंह ने कहा कि प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया से मुलाकात की है. कांग्रेस के कुछ लोग दुष्प्रचार कर रहे हैं. मैं उनका खंडन करना चाहता हूं, इसलिए पितलिया ने सभी बातों को निराधार बताकर खंडन कर दिया है. भाजपा प्रदेश मुख्यालय पर पितलिया की मौजूदगी के बाद यहां क्वारेंटाइन का नोटिस चस्पा हुआ, जिसको लेकर श्रवण सिंह ने कहा कि कांग्रेस कूटनीति अपना रही है. कांग्रेस प्रशासन को मुट्ठी में लेकर धमकाने का काम कर रही है. उससे हम डरने वाले नहीं हैं.
कांग्रेस अपने नेताओं को क्यों नहीं कर रही क्वारेंटाइन...
लादूलाल पितलिया राजस्थान छोड़कर कहीं बाहर नहीं गए हैं. वह अपने गुरु जी से आशीर्वाद लेने गए हैं. कांग्रेस पितलिया पर आरोप लगा रही है, जबकि कांग्रेस के बड़े नेता अशोक गहलोत, सचिन पायलट और गोविंद सिंह डोटासरा भी अन्य राज्यों में प्रचार करने गए थे, क्या उनको भी क्वारेंटाइन के लिए नोटिस चस्पा हुआ. सिर्फ पितलिया को ही क्यों नोटिस दिया गया. सरकार की नीति है की लादूलाल पितलिया को कूटनीति के तहत क्वारेंटाइन किया जाए, जिससे लादूलाल पितलिया भाजपा के पक्ष में प्रचार नहीं कर सकें. यहां तक कि लादूलाल पितलिया ने प्रदेश भाजपा मुख्यालय पर भाजपा प्रत्याशी के समर्थन में चुनावी सभा में जाने की बात कही है, जिससे कांग्रेस को हार की हताशा होने लग गई है.
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कौन-कौन से बड़े राजनेता चुनाव प्रचार में आएंगे, इसको लेकर श्रवण सिंह ने कहा कि वर्तमान में सहाड़ा विधानसभा उपचुनाव में प्रचार के लिए रणनीति बनाई जा रही है. जल्दी भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया, संगठन महामंत्री चंद्र शेखर एक दिवसीय दौरे पर आएंगे. उसके बाद अलका गुर्जर व भाजपा के राष्ट्रीय महामंत्री अरुण सिंह सहित कई बड़े नेता प्रचार के लिए आएंगे. अब देखना यह होगा कि जहां भाजपा से बागी होकर निर्दलीय नामांकन दाखिल करने वाले लादूलाल पितलिया नामाकंन वापस लेने के बाद भले ही भाजपा का दामन थाम लिया है, लेकिन क्या पितलिया के समर्थक भी भाजपा का दामन थामेंगे या नहीं.