भीलवाड़ा. कोरोना महामारी के चलते बेरोजगार हुए युवा अब चोरी और लूट जैसे आपराधिक वारदातों में लिप्त हो रहे हैं. बेरोजगार युवक अब वाहन चोरी जैसे वारदातों को अंजाम दे रहे हैं, लेकिन इनकी कारगुजारियां पुलिस से छुपी हुई नहीं रह सकी और अपराध ने उन्हें सलाखों के पीछे पहुंचा दिया. ऐसा ही मामला भीलवाड़ा जिले के गंगापुर थाने से जुड़ा है. जहां पुलिस ने वाहन चोर गिरोह के 3 सदस्यों को गिरफ्तार करके 7 बाइक बरामद करने में सफलता हासिल की है.
जिले के गंगापुर के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक डॉ. राजेश भारद्वाज ने बताया कि गंगापुर सहित आसपास के इलाके में लगातार वाहन चोरी की वारदातें बढ़ रही थी. इस पर अंकुश लगाने के लिए गंगापुर पुलिस उप अधीक्षक बुद्धराज टांक की अगुवाई में एक विशेष टीम का गठन किया. जिसके बाद पुलिस टीम अपने मुखबिरों के जरिए वाहन चोरों की सरगर्मी से तलाश शुरू की.
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जांच के दौरान सबसे पहले गंगापुर पुलिस थाने के उल्लाई गांव के निवासी मुकेश जाट पास एक पुरानी बाइक मिली. जिसके बारे में कड़ाई से पूछताछ करने पर उसने वाहन चोरी करने की बात कबूली. इसके बाद पुलिस टीम ने मुकेश से मिली जानकारी के आधार पर झडोल निवासी कुणाल बड़वा और गुर्जनिया निवासी नारायण लाल जाट को भी गिरफ्तार किया. इन तीनों ने 7 मोटर बाइक चोरी की वारदात कबूली. जिनकी निशानदेही पर सभी वाहन बरामद कर लिए गए हैं. यह सभी चोर बाइकों को मध्यप्रदेश और महाराष्ट्र में बेचने की फिराक में थे.
लॉकडाउन ने बना दिया चोर...
वाहन चोरी करने से पहले सभी मुल्जिम महाराष्ट्र में आइसक्रीम का कारोबार करते थे. लेकिन कोरोना के चलते आइसक्रीम कारोबार ठप हो गया. जिस कारण इन्होंने बाद वाहन की चोरी करना शुरू किया. इन तीनों ने भीलवाड़ा और चित्तौड़गढ़ जिलों में वाहन चोरी की वारदात को अंजाम दिया था. पुलिस तीनों से कड़ाई से पूछताछ कर रही है. इनसे और भी वाहन चोरी की वारदात खुलने की सम्भावना जताई जा रही है.