भरतपुर. सैनी समाज आरक्षण आंदोलन संघर्ष समिति के नेतृत्व में आयोजित आंदोलन के दौरान आत्महत्या करने वाले मोहन सैनी के शव का शुक्रवार देर रात को पोस्टमार्टम हो गया. शुक्रवार को मृतक मोहन सैनी के परिजनों की जिला कलेक्टर आलोक रंजन के साथ करीब 1 घंटे वार्ता चली वार्ता के दौरान कलेक्टर आलोक रंजन ने परिजनों को हरसंभव सहायता का आश्वासन दिया, जिसके बाद परिजनों ने पोस्टमार्टम पर सहमति जता दी थी. हालांकि, मृतक मोहन सैनी के शव को अंतिम संस्कार के लिए अभी परिजनों को नहीं दिया गया है. पुलिस प्रशासन को आशंका है कि आंदोलनकारी शव को लेकर धरना स्थल पर न चले जाएं, इसलिए पुलिस और प्रशासन पहले परिजनों से आश्वासन ले रहा है.
सूत्रों के मुताबिक शव को अंतिम संस्कार के लिए ले जाने के बारे में सुनिश्चित होने के बाद ही प्रशासन परिजनों को डेड बॉडी सौंपेगी. ऐसे में एक बार फिर से पुलिस प्रशासन और प्रतिनिधि मंडल के बीच वार्ता होने की संभावना है. वहीं 9 वे दिन भी सैनी, कुशवाहा, माली, काछी समाज का आरक्षण आंदोलन जारी है. आंदोलनकारी हाईवे पर डटे हुए हैं. आंदोलन को देखते हुए संभागीय आयुक्त सांवरमल वर्मा ने इंटरनेट बंद की अवधि 29 अप्रैल की रात 12 बजे तक बढ़ा दी है.
हरसंभव मदद का आश्वासन : जिला कलेक्टर आलोक रंजन ने बताया कि मृतक मोहन सैनी के परिजनों के साथ शुक्रवार को करीब 1 घंटे तक वार्ता हुई थी. परिजनों ने प्रशासन पर विश्वास जताया. हमारा भी प्रयास रहेगा कि मृतक मोहन सैनी के परिजनों को हर संभव सहायता उपलब्ध कराई जाए. इस बात पर परिजन सहमत हो गए. मोहन सैनी के शव का शुक्रवार देर रात को पोस्टमार्टम करा दिया गया.
शनिवार सुबह परिजन मोहन सैनी के शव को लेने के लिए आरबीएम अस्पताल की मोर्चरी पहुंच गए. संभावना है कि सबकुछ ठीक रहा तो आज मृतक मोहन सैनी कानूनी पैतृक गांव गंधार मूड़िया में अंतिम संस्कार किया जाएगा.
मृतक मोहन सैनी के भाई केदारनाथ एवं प्रतिनिधिमंडल के अन्य सदस्यों ने बताया कि जिला कलेक्टर आलोक रंजन ने भामाशाह या अन्य माध्यम से परिजनों को हर संभव मदद दिलाने का आश्वासन दिया है. साथ ही नियमानुसार संविदा पर भी नौकरी दिलाने का प्रयास रहेगा.
आंदोलन जारी : उधर सैनी, माली, कुशवाहा, काछी समाज के लोग 9 वें दिन शनिवार को भी हाईवे पर डटे हुए हैं. समाज के लोग 12% आरक्षण की मांग को लेकर आंदोलन कर रहे हैं. कई दौर की वार्ता के बाद भी सरकार से सहमति नहीं बन पाई है. शुक्रवार को भी एक प्रतिनिधिमंडल मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से वार्ता के लिए सीकर जाने वाला था. मीडिया प्रभारी डीके कुशवाहा ने बताया कि वार्ता से कोई उम्मीद नजर नहीं आ रही थी, इसलिए सर्वसम्मति से वार्ता पर जाना रद्द कर दिया गया.
जयपुर आगरा हाईवे पर अरोदा के पास 21 अप्रैल से लगातार चल रहे आंदोलन को देखते हुए संभागीय आयुक्त सांवरमल वर्मा ने इंटरनेट बंद की अवधि 29 अप्रैल रात 12 बजे तक बढ़ा दी है. 9 दिन से चल रहे आंदोलन के चलते जयपुर और आगरा की ओर से आने जाने वाले वाहनों को रूट डायवर्ट कर निकाला जा रहा है.