भरतपुर. केवलादेव राष्ट्रीय उद्यान में पक्षियों का अद्भुत संसार सजने लगा है. मानसून के पहले उद्यान में पहुंचे ओपन बिल स्टार्क के बाद अब अच्छी संख्या में पेंटेड स्टार्क भी पहुंच गए हैं. 200 से अधिक पेंटेड स्टार्क ने घना में नेस्टिंग कर ली है. इस बार अच्छी बरसात और पानी के कारण इनकी संख्या करीब 500 से 1000 तक पहुंचने की संभावना है. वहीं, ओपन बिल स्टार्क के घोंसलों में बच्चों की चहचहाट भी गूंजने लगी है.
घना डीएफओ मानस सिंह ने बताया कि इस बार उद्यान में 15 अगस्त को करीब 40-50 की संख्या में पेंटेड स्टार्क पहुंचे थे. इसके बाद 22 और 23 अगस्त को हुई बरसात के दौरान इनकी संख्या करीब 200 के आसपास पहुंच गई, जिन्होंने बी और डी ब्लॉक में नेस्टिंग की है. उद्यान के मुख्य मार्ग के दोनों तरफ के पेड़ों पर इनकी अच्छी संख्या नजर आ रही है. इनकी संख्या मानसून के अंत तक 500 से 1000 तक पहुंचने की संभावना है.
घोंसलों में बच्चों की चहचहाट : मानसून से पहले घना पहुंचे करीब 150 ओपन बिल स्टार्क के घोंसलों में अंडों से बच्चे बाहर निकल आए हैं. घोंसलों से बच्चों की चहचहाट सुनाई देने लगी है. ओपन बिल के साथ ही स्पूनबिल और अन्य मानसूनी पक्षियों की भी अच्छी संख्या नजर आने लगी हैं. पेंटेड स्टार्क मानसून में अगस्त तक यहां आते हैं और नेस्टिंग करते हैं, ब्रीडिंग करते हैं. जब बच्चे बड़े हो जाते हैं तो फरवरी-मार्च में स्टार्क अपने बच्चों के साथ दक्षिण भारत की तरफ उड़ान भरते हैं.
ये हैं पेंटेड स्टार्क : पेंटेड स्टार्क देखने में बहुत ही सुंदर पक्षी होता है. इसकी पीली चोंच, जो आगे से नीचे की तरफ मुड़ी हुई होती है. गर्दन और पीठ सफेद, पंख हल्के गुलाबी रंग लिए, जिन पर काली सफेद पट्टी भी नजर आती है. पैर गहरे गुलाबी या लाल रंग के होते हैं. इसका आकार करीब 40 इंच और फैले हुए पंखों के साथ करीब 63 इंच तक होता है. वजन करीब 2 से 3.50 किलो तक होता है.