डीग (भरतपुर). समूह बनाकर लोन देने के नाम पर पैसे ऐंठने का एक नया मामला डीग में सामने आया है. यहां एक ठग ने ग्रामीण लोगों को अपने झांसे में लेकर उनको पांच लोगों के ग्रुप बनाकर लोन देने के नाम पर किसी से 1000 तो किसी से 2000 रुपए ले लिए और लोन देने की बारी आई तो भाग गया. जिसके बाद ग्रामीणों ने ठग को पकड़ कर पुलिस के हवाले कर दिया. पुलिस ठग से पूछताछ कर रही है और पता लगाने की कोशिश कर रही है कि और कौन-कौनसे लोग इस गिरोह से जुड़े हुए थे.
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कैसे लोगों को झांसे में लेता था ठग...
पीड़ित लक्ष्मण ब्रह्रचारी ने बताया कि आरोपी ठग मनीष चौधरी ने बताया कि वो मथुरा का रहने वाला है और आशीर्वाद माइक्रो फाइनेंस कंपनी में काम करता है. उसने यह भी बताया कि कंपनी का हेड ऑफिस असम में है. उसने 5-5 लोगों के ग्रुप बनाने को कहा और उनमें प्रत्येक को 29 हजार रुपए लोन देने की बात कही. वह लोगों से वोटर आईडी, आधार कार्ड, फोटो, बैंक पासबुक की कॉपी मांगता और लोगों ने फार्म भरने के नाम पर 1000 तो किसी से 2000 रुपए लेता.
भरतपुर के शीशवाडा, कुचावटी, दिदावली, नगला कोकिला सहित राजस्थान और उत्तर प्रदेश के कई गांवों में आरोपियों ने लोगों से फार्म भरने के नाम पर 1000 या 2000 हजार रुपए की ठगी की है. ये फॉर्म भरने के नाम पर पैसे इकट्ठे करते और फिर लोन दिए बिना ही रफूचक्कर हो जाते. शातिर ठग लोगों को 29 हजार रुपए का लोन देने का झांसा देते और उनको बताते कि ये लोन चुकाने के लिए उनको 17 महीने तक 1820 रुपए की मासिक किश्त देनी होगी और केवल 1940 रुपए ब्याज लगेगा. जिसके बाद लोग इनके झांसे में आ जाते और फॉर्म भरने के नाम पर इनको पैसे दे देते थे.