भरतपुर. जिले में इन दिनों किसानों को अपनी रवी की फसल की रक्षा के लिए दिन रात जागना पड़ रहा है. क्योंकि हजारों की संख्या में घूम रहे आवारा पशु किसानों की फसलों को चौपट कर रहे है. जिसके चलते किसानों को ठंड भरी इस रात में जागना पड़ता है और जगह-जगह घूम कर अपनी फसलों की रक्षा करनी पड़ती है.
दरअसल, पूर्वी राजस्थान का भरतपुर जिला जो हमेशा ही पानी की कमी से जूझता रहा है. जहां पानी की आपूर्ति के लिए ना तो कोई नदी है और ना ही कोई नहर और उसके लिए यहां के किसान कई वर्षों से पानी की मांग को लेकर आंदोलन भी करते आए हैं.
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इसके अलावा बरसात का अभाव होने के वजह से भूजल स्तर भी काफी नीचे पहुंच चुका है. जिसके चलते किसानों को काफी मशक्कत के बाद ट्यूबवेल द्वारा पानी निकाल कर अपनी फसलों को तैयार किया जाता है.
किसानों ने बताया एक तरफ तो जिले में पानी की कमी के चलते खेती करना बेहद मुश्किल भरा काम हो गया है. वहीं हजारों की संख्या में घूम रहे आवारा पशुओं से फसल को बचाना भी किसानों के लिए एक बड़ी चिंता का विषय है.