बयाना (भरतपुर). नकली दूध और पनीर के कारोबार की सूचना पर चिकित्सा विभाग की टीम ने बयाना के भरतपुर रोड पर बिड्यारी गांव में छापामार कार्रवाई की. छापे के दौरान घटिया क्वालिटी का 200 किलोग्राम पनीर और 150 किलो दूध पाया गया, जिसे खाद्य विभाग के अधिकारियों ने नष्ट करवा दिया. यहां कई साल से बंद पड़ी एक फैक्ट्री में अवैध रूप से डेयरी संचालित होती मिली, जिसमें नकली पनीर बनाने का काम चल रहा था.
दूध और रिफाइंड से बना रहे थे नकली पनीर
बिड्यारी गांव के पास कई साल से बंद पड़ी एक फैक्ट्री को खोह थाना इलाके के पास्ता गांव निवासी जसराज ने किराये पर ले रखा था. इस परिसर में अवैध डेयरी कारोबार की गतिविधियां संचालित की जा रही थी.
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सूचना पाकर जिला पुलिस की स्पेशल टीम द्वारा प्रभारी अधिकारी हेमराज मीणा के नेतृत्व में परिसर को घेर कर खाद्य सुरक्षा अधिकारियों से यहां जांच कराई गई. जांच में पाया गया कि यहां पर दूध और रिफाइण्ड वनस्पति तेल मिलाकर नकली पनीर तैयार किया जा रहा था. टीम को देखकर अवैध डेयरी चला रहे कर्मचारियों में हड़कंप मच गया.
बदबूदार और घटिया पनीर कराया नष्ट
टीम ने फैक्ट्री में रखे 600 किलो पनीर में से 200 किलो पनीर को प्रथम दृष्टया खराब पाया, जिसे खाद्य सुरक्षा अधिकारी केशव गोयल और खाद्य निरीक्षक जगदीश गुप्ता की अगुवाई वाले दल ने मौके पर ही नष्ट करवा दिया. दोनों तरह के पनीर का सैंपल मौके पर लिया.
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इसे जांच के लिए प्रयोगशाला में भेजा जाएगा। कार्रवाई के दौरान कोतवाली थाने का जाब्ता मौजूद रहा, जिसमें उपनिरीक्षक नरेश पोशवाल, सहायक उपनिरीक्षक दामोदर शर्मा, डीएसटी के कांस्टेबल क्षेत्रपाल मीणा, अवधेश मौजूद रहे.
गौरतलब है कि जिले के बयाना और मेवात क्षेत्र में पहले भी घटिया क्वालिटी के पनीर के मामले सामने आ चुके हैं. लेकिन, खाद्य सुरक्षा अधिकारियों की ढील के चलते इन पर मजबूती से लगाम नहीं लग पाती.