भरतपुर. राजस्थान का पूर्वी द्वार कहे जाने वाले भरतपुर की हमेशा उपेक्षा की गई है. चाहे राज्य में किसी की भी सरकार रही हो. यह उदबोधन राज्य के कैबिनेट मंत्री विश्वेंद्र सिंह ने शुक्रवार को राजस्थान शिक्षक संघ कांग्रेस के जिला स्तरीय शैक्षिक सम्मेलन में कहा.
उन्होंने कहा कि भरतपुर हमेशा से ही समस्याओं से जूझता आ रहा है. जिसमें सबसे बड़ी समस्या पीने के पानी की है. इसके अलावा जनता को पीने का पानी भी नही मिल पा रहा. सब जगह से सिंचाई के पानी को रोक दिया गया है. वहीं उन्होंने बेरोजगारी को लेकर कहा कि किसी जमाने में भरतपुर में इतनी सारी फैक्ट्रियां हुआ करती थी.
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लेकिन यहां के नेताओं ने अपनी राजनीति के चलते उन फैक्ट्रियों को बंद करा दिया. इस मौके पर शिक्षकों को संबोधित करते हुए मंत्री विश्वेंद्र सिंह ने कहा कि कल प्रदेश के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने मंत्रियों की मीटिंग बुलाई थी. जिसमें शिक्षकों की समस्याओं को भी रखा गया था.
मंत्री ने शिक्षकों को आह्वान करते हुए कहा कि आपकी जो भी समस्याएं हैं और उनको आप समय-समय पर अवगत करवाएं. जब आप अपनी समस्याओं को अवगत नहीं कराएंगे तो आपकी समस्याओं का समाधान कैसे होगा. उन्होंने इस मौके पर कहा कि पर्यटन के क्षेत्र में भरतपुर पहले से ज्यादा अब्बल होगा. अब 10 अक्टूबर को डीग महोत्सव का कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है. जिसमें प्रदेश के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत भी शिरकत करेंगे. कार्यक्रम में मंत्री विश्वेंद्र सिंह का शिक्षकों की तरफ से चांदी का मुकुट पहनाकर भव्य स्वागत किया गया .