बाड़मेर. जिले के जसोल कस्बे में रविवार को सरकारी स्कूल में श्री राम कथा के दौरान आंधी और बारिश से भयंकर हादसा हो गया. जिसके बाद घटना स्थल पर अफरा-तफरी मच गई. वहीं करंट लगने से 14 लोगों की मौत हो गई. करीब 50 लोग घायल हो गए. घायलों का इलाज जारी है.
हादसे को लेकर कई सवाल खड़े हो रहे हैं. सबसे बड़ा सवाल है की कथा स्थल पर नहीं था कोई सेफ्टी उपकरण, दूसरा सबसे बड़ा सवाल यह है कि कथा स्थल के पंडाल की क्या करवाई थी इलेक्ट्रॉनिक्स से जांच, तीसरा सबसे बड़ा सवाल यह है कि क्या प्रशासन ने दी थी कथा की परमिशन, आखिर इतनी मौतों का जिम्मेदार कौन है, क्या मुख्यमंत्री अशोक गहलोत इस हादसे को लेकर कोई विशेष जांच समिति बनाएंगे. कहने को तो मुख्यमंत्री ने संभागीय आयुक्त को जांच दे दी है. लेकिन हादसा इतना बड़ा है कि इसकी जांच करवाने के लिए किसी कमेटी से करवाई जाएगी.
वहीं घटनास्थल पर सेफ्टी के नाम पर कुछ भी नहीं था. ऐसे में सबसे बड़ा सवाल उठता है कि जो परमिशन अगर दी गई थी. तो पहले सेफ्टी उपकरणों को देखा गया था या नहीं. साथ ही राजस्थान की गहलोत सरकार से जवाब मांग रहे हैं कि आखिर इस पूरे हादसे का जिम्मेदार कौन है.