सिवाना(बाड़मेर). सिवाना उपखंड क्षेत्र के मोकलसर कस्बे के ग्रामीणों ने ‘मोकलसर चौराहा’ का नाम बदलकर ‘मायलावास चौराहा’ करने पर आक्रोश जताया है. साथ ही सिवाना उपखंड अधिकारी कुसुमलता चौहान को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपकर परिवर्तन किए गए नाम को फिर से बदलकर मोकलसर चौराहा करने की मांग की है. सिवाना क्षेत्र के मोकलसर गांव के लोगों ने गुरुवार को सिवाना उपखंड अधिकारी कार्यालय पहुंचकर मोकलसर चौराहा का नाम बदलकर मायलावास चौराहा करने पर आक्रोश जताया.
सिवाना उपखंड अधिकारी कुसुमलता चौहान को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा है. ग्रमीणों ने ज्ञापन में कई तथ्य रखते हुए बताया है कि, कई वर्षों से जिस चौराहे का नाम मोकलसर चौराहा से प्रचलित था.अब नेशनल हाइवे 325 निर्माण होने के बाद मायलावास के ग्रामीणों की ओर से चौराहे का नाम परिवर्तन कर मायलावास चौराहा का बोर्ड लगा दिया जो कि अनुचित है. साथ ही ग्रामीणों ने बताया कि, मायलावास की सरहद रेलवे लाईन के दूसरी तरफ है जबकि चौराहा हमेशा मोकलसर के नाम से प्रसिद्ध है.
नाम परिवर्तन के मामले को लेकर ग्रामीणों ने ज्ञापन में बताया कि, 200 साल से जाना जाने वाला मोकलसर रेल्वे स्टेशन के पास मोकलसर चौराहा की जगह मायलावास चौराहा का होर्डिंग बोर्ड लगाए है, जो गलत है. साथ ही बताया कि इंटरनेशनल लेवल पर Global positioning system ( GPS ) द्वारा देखने पर मोकलसर चौराहा का ही लोकेशन दिखता हैं. साथ ही राजस्थान राज्य पथ परिवहन में भी मोकलसर चौराहा नाम दर्ज है और व्यवसाय के लिए नई फर्मो का पंजियन करने वाले विभाग में भी फर्मो का पंजियन मोकलसर चौराहा नाम दर्ज है.
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इसके अलावा RIICO इंडस्ट्रीयल एरिया में भी फर्मो का पंजियन RIICO इंडस्ट्रीयल एरिया में भी मोकलसर चौराहा नाम दर्ज है. साथ ही ज्ञापन में संबंधित विभाग से मांग की गई है कि 7 दिन में मायलावास चौराहा नाम हटाकर मोकलसर चौराहा का होर्डिंग बोर्ड को लगाया जाए. अगर उनकी मांगे नहीं मान गई तो मोकलसर के लोग प्रदर्शन करेंगे, जिसकी समस्त जिम्मेदारी प्रशासन की होगी.
इस मौके पर मोकलसर कस्बे के वीरेन्द्र सिंह बालावत, गजेन्द्र सुथार, गुमानसिंह बालावत, लालचंद राणावत, तरुण सोनी समेत गांव के कई लोग मौजूद रहे.