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बाड़मेर: ग्रामीणों ने पानी की समस्या को लेकर संघर्ष समिति का किया गठन, कहा- पानी नहीं तो वोट नहीं

बाड़मेर के सिवाना कस्बे में पानी की समस्या के निस्तारण के लिए रविवार को कस्बे की 36 कौम की ओर से बैठक रखी गई. बैठक में यह तय किया गया कि पानी की समस्या को लेकर एक संघर्ष समिति बनाई गई है. जिसमें सिवाना कस्बे के सभी समाजों के एक्टिव लोगों को शामिल किया गया है.

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Published : Jan 20, 2020, 7:36 AM IST

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संघर्ष समिति का हुआ गठन

सिवाना (बाड़मेर). कस्बे में लंबे समय से पानी की समस्या से जूझते ग्रामीणों का आखिरकार धैर्य टूट गया. समस्या समाधान के लिए ग्रामीणों ने सोसियल मीडिया पर 'पानी नहीं तो वोट नहीं' के नाम से मुहिम के अनुसार कस्बे के बस स्टैंड पर बैठक का आयोजन किया.

बैठक में उपस्थित छतीस कौम के लोगों ने संघर्ष समिति का गठन किया. वहीं कमेटी के निर्णय के अनुसार आम जन सोमवार को उपखंड अधिकारी के नाम पानी की समस्या के समाधान के लिए ज्ञापन देंगे. बैठक में निर्णय लिया गया कि ज्ञापन में प्रशासन को 15 दिन में समस्या समाधान हेतु समय सीमा दी जाएगी.

संघर्ष समिति का हुआ गठन

इस दौरान प्रशासन की ओर से कोई हल नहीं होने की स्थिति में कस्बे में अनिश्चितकालीन कस्बा बंद और धरना प्रदर्शन करने की बात रखी गई. साथ ही निर्णय लिया गया कि ऐसा नहीं होने पर पंचायती राज चुनाव का बहिष्कार भी किया जाएगा.

पढ़ें- बूंदी: 22 जनवरी को दूसरे चरण का चुनाव, लेकिन सरपंच के कामों से नाखुश मतदाता

वहीं बैठक के दौरान 'पानी नहीं तो वोट नहीं' संघर्ष समिति के विभिन्न जातीय संगठनों के लोगों अपनी अपनी बात रखते हुए आमजन से अनुरोध करते हुए कहा कि पानी की समस्या समाधान हेतु सभी को आगे आना चाहिए. साथ ही इस समस्या में किसी भी पार्टी विशेष का या चुनावी रंग न देकर के, पानी की समस्या के समाधान को ही मूल उद्देश्य समझ कर पानी की समस्या समाधान हेतु प्रयास में अपनी बात रखने पर जोर दिया.

सिवाना (बाड़मेर). कस्बे में लंबे समय से पानी की समस्या से जूझते ग्रामीणों का आखिरकार धैर्य टूट गया. समस्या समाधान के लिए ग्रामीणों ने सोसियल मीडिया पर 'पानी नहीं तो वोट नहीं' के नाम से मुहिम के अनुसार कस्बे के बस स्टैंड पर बैठक का आयोजन किया.

बैठक में उपस्थित छतीस कौम के लोगों ने संघर्ष समिति का गठन किया. वहीं कमेटी के निर्णय के अनुसार आम जन सोमवार को उपखंड अधिकारी के नाम पानी की समस्या के समाधान के लिए ज्ञापन देंगे. बैठक में निर्णय लिया गया कि ज्ञापन में प्रशासन को 15 दिन में समस्या समाधान हेतु समय सीमा दी जाएगी.

संघर्ष समिति का हुआ गठन

इस दौरान प्रशासन की ओर से कोई हल नहीं होने की स्थिति में कस्बे में अनिश्चितकालीन कस्बा बंद और धरना प्रदर्शन करने की बात रखी गई. साथ ही निर्णय लिया गया कि ऐसा नहीं होने पर पंचायती राज चुनाव का बहिष्कार भी किया जाएगा.

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वहीं बैठक के दौरान 'पानी नहीं तो वोट नहीं' संघर्ष समिति के विभिन्न जातीय संगठनों के लोगों अपनी अपनी बात रखते हुए आमजन से अनुरोध करते हुए कहा कि पानी की समस्या समाधान हेतु सभी को आगे आना चाहिए. साथ ही इस समस्या में किसी भी पार्टी विशेष का या चुनावी रंग न देकर के, पानी की समस्या के समाधान को ही मूल उद्देश्य समझ कर पानी की समस्या समाधान हेतु प्रयास में अपनी बात रखने पर जोर दिया.

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"पानी नही तो वोट नही" ग्रामीणो ने पानी की समस्या को लेकर संघर्ष समिति का किया गठन।

सिवाना(बाड़मेर)

सिवाना कस्बे में पानी की समस्या के निस्तारण के लिए रविवार को दोपहर 12 कस्बे की 36 कौम द्वारा बैठक रखी गयी। वही बैठक में पानी की समस्या को लेकर एक संघर्ष समिति बनाई जाएगी, जिसमें सिवाणा कस्बे के सभी समाजो के एक्टिव लोगों को शामिल किया गया हैं।

Body:सिवाना कस्बे में लंबे समय से पानी की समस्या से जूझते ग्रामीणों का आखिरकार धैर्य टूट गया, समस्या समाधान के लिये ग्रामीणों ने सोसियल मीडिया पर "पानी नही तो वोट नही" के नाम से मुहिम के अनुसार कस्बे के बस स्टैंड पर बैठक का आयोजन किया।
बैठक में उपस्थित छतीस कौम के लोगों द्वारा संघर्ष समिति का गठन किया गया। वही कमेटी के निर्णय के अनुसार आमजन द्वारा सोमवार को उपखंड अधिकारी के नाम पानी की समस्या के समाधान हेतु ज्ञापन दिया जाएगा। वहीं बैठक में निर्णय लिया गया कि ज्ञापन में प्रशासन को 15 दिन में समस्या समाधान हेतु समय सीमा दी जाएगी। इस दौरान प्रशासन द्वारा कोई हल नहीं होने की स्थिति में कस्बे में अनिश्चितकालीन कस्बा बंद व धरना प्रदर्शन करने की बात रखी गई, साथ ही पंचायती राज चुनाव का बहिष्कार भी किया जाएगा।
वहीं बैठक के दौरान "पानी नहीं तो वोट नहीं" संघर्ष समिति के विभिन्न जातीय संगठनों के लोगों अपनी अपनी बात रखते हुए आमजन से अनुरोध करते हुए कहा कि पानी की समस्या समाधान हेतु सभी को आगे आना चाहिए, साथ ही इस समस्या में किसी भी पार्टी विशेष का या चुनावी रंग न देकर के, पानी की समस्या के समाधान को ही मूल उद्देश्य समझ कर
पानी की समस्या समाधान हेतु प्रयास में अपनी बात रखने पर जोर दिया।
वही इस मौके पर पूर्व ग्रामीणों में बताया की पानी की समस्या समाधान हेतु उच्च अधिकारियों एवं जिला कलेक्टर को भी समस्या समाधान हेतु मांग की गई है लेकिन अभी तक कोई कार्य नहीं हुआ है, जिसको लेकर अब जनता ने अपना धैर्य खो दिया है और पानी के समाधान हेतु संघर्ष पर उतारू हो गए हैं। जिसको लेकर ग्रामीणों ने बताया कि कल सोमवार को प्रशासन को ज्ञापन देकर 15 दिन में समस्या समाधान के लिये मांग की जायेगी, इस दौरान समस्या समाधान नहीं होने पर कस्बे में अनिश्चितकालीन धरना, प्रदर्शन किया जाएगा साथ ही पंचायती राज चुनाव का बहिष्कार करने की भी बात कही।

बाइट 01: नरेंद्रसिंह भायल, संघर्ष समिति सदस्य
बाइट 02 : रामनिवास आचार्य, पूर्व सरपंच, सिवाना







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