बायतु (बाड़मेर). राजस्व मंत्री चौधरी ने मंगलवार को बायतु पनजी ग्राम पंचायत के राजस्व ग्राम देरोमोणियों की ढ़ाणी में डोर-टू-डोर सर्वे के तहत चयनित आईएलआई लक्षण वाले मरीजों के घर जाकर उनके स्वास्थ्य की जानकारी ली. साथ ही उन्होनें मेडिकल किट वितरण और होम आइसोलेशन की पालना का वेरिफिकेशन किया.
इस दौरान राजस्व मंत्री चौधरी ने कहा कि कोविड संक्रमण के साथ-साथ ब्लैक फंगस के मरीजों की पहचान के लिए बीपी, सूगर, ऑक्सीजन लेवल और टेम्परेचर के मापन आवश्यक हैं. उन्होनें बताया कि मॉडल के रूप में ग्राम पंचायत बायतु पनजी और लीलाला के 11 राजस्व ग्रामों में घर-घर सर्वे के दौरान लोगों के बीपी, सूगर, ऑक्सीजन लेवल और टेम्परेचर मापन के लिए 11 उपकरणों के किट उपलब्ध कराए जाएंगे. जिससे पीईईओ सेक्टर में प्रत्येक घर में उक्त जांचे सुनिश्चित करेंगे.
पढ़ें: प्रदेश मौसम : नौतपा के पहले दिन तपा राजस्थान...यास तूफान का नहीं होगा कोई असर
उन्होनें बताया कि आने वाले समय में यह मॉडल बायतु के समस्त राजस्व गांवों में लागू किया जाएगा. इसके साथ ही मंत्री ने लोगों से आग्रह किया कि स्वास्थ्य संबंधित किसी प्रकार की समस्या होने पर इसकी सूचना तुरंत गांव में कार्यरत महिला स्वास्थ्य कार्यकर्ता और गांव की निगरानी समिति के सदस्यों को दें. साथ ही नजदीकी अस्पताल जाकर स्वास्थ्य की जांच कराएं, ताकि समय पर उपचार किया जा सके.
बता दें कि राजस्व मंत्री चौधरी ने बायतू पनजी में ग्राम पंचायत स्तरीय कोर कमेटी के सदस्यों और जन प्रतिनिधियों के साथ चर्चा कर बायतू पनजी मॉडल को राजस्थान में सफल बनाने के लिए सक्रिय रहकर कार्य करने के निर्देश दिए. उन्होनें कहा कि कोविड संक्रमण की रोकथाम के साथ-साथ ब्लैक फंगस के संबंध में भी पूरी सतर्कता बरती जाए. साथ ही आमजन में इसके प्रति जागरूकता के हर संभव प्रयास किए जाए. उन्होनें कहा कि लोगों को कोविड और ब्लैक फंगस के लक्षणों, सावधानियां और उपचार संबंधित सभी प्रकार की जानकारी दी जाए. उन्होनें जनप्रतिनिधियों से उक्त कार्यों में ग्राम स्तरीय कोर कमेटी का पूर्ण सहयोग करने का आह्वान किया है.