बाड़मेर. जिले की दलित नाबालिग लड़की को बंधक बनाकर दुष्कर्म करने के प्रकरण में नया मोड़ आ गया है. शनिवार को अनुसूचित जाति एवं जनजाति एकता मंच की ओर से मामले में जांच कर रही महिला सेल (Women Cell) की डीएसपी सीमा चोपड़ा (DSP Seema Chopra ) पर गंभीर आरोप लगाए गए हैं.
मंच की ओर से कहा गया है कि डीएसपी राजीपा (समझौता) करने के लिए दबाव बना रही हैं. वहीं तमाम आरोपों पर डीएसपी सीमा चोपड़ा ने कहा है कि इस मामले में महज 18 घंटों में ताबड़तोड़ कार्रवाई कर के आरोपी को गिरफ्तार किया गया है.
एससी एसटी एकता मंच (SC-ST Ekta Manch) के संयोजक लक्ष्मण वडेरा ने बताया कि इस मामले की जांच अधिकारी डीएसपी सीमा चोपड़ा ने जब पीड़िता के बयान लिए तो बच्ची के पिता को पास में नहीं आने दिया. डीएसपी ने पीड़िता को धमकाया और दो लाख रुपए देने की बात कहकर आरोपी के साथ राजीनामे का दबाव बनाया.
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मंच के मुताबिक दुष्कर्म पीड़िता ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा था कि आरोपी ने मुझे पकड़ कर हाथ पैर बांधे और दुष्कर्म किया. गले में भी रस्सी बांधी. जब डिप्टी मेरे बयान ले रही थी तो डिप्टी ने मुझ पर राजीपे (समझौते) का दबाव बनाया और कहा कि दो लाख रुपए ले लो और आरोपी को बचा लो.
इन सब आरोपों पर महिला सेल की उप अधीक्षक सीमा चोपड़ा (Women Cell DSP Seema Chopra) का कहना है कि 12 तारीख की शाम को पीड़िता के पिता ने रिपोर्ट दी थी. इसके बाद रात को मेडिकल और 161 के बयान दर्ज किए गए. 18 घंटों में आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है. मामले की गंभीरता को देखते हुए तत्काल तौर पर कार्रवाई की गई है. जो आरोप लग रहे हैं उसके बारे में मुझे कोई जानकारी नहीं है.