बाड़मेर. देश भर में कृषि कानूनों के विरोध में किसानों की ओर से शनिवार को चक्का जाम का आह्वान किया गया. इसी कड़ी में सरहदी बाड़मेर जिला मुख्यालय पर सेना से रिटायर्ड मेजर सूबेदार अब्दुल हमीद के साथ एडवोकेट नवल किशोर लीलावत सहित कुछ अन्य लोग एक दिवसीय अनशन पर बैठे. उन्होंने शांतिपूर्ण तरीके से विरोध प्रदर्शन कर कृषि कानून वापस लेने की मांग की. साथ ही, वे धरना स्थल पर ही अनाज बेचकर अनाज से मिलने वाली राशि को किसान आंदोलन में आर्थिक सहयोग के रूप में जमा करवाएंगे.
सेना से रिटायर्ड मेजर सूबेदार अब्दुल हमीद ने बताया कि पिछले 72 दिनों से कृषि कानूनों के विरोध में देश के अन्नदाता आंदोलन कर रहे हैं. इस कड़ाके की सर्दी में भी किसान सड़कों पर बैठे हुए हैं, लेकिन सरकार उनकी सुन नहीं रही है. हमीद ने कहा कि उन्होंने 28 साल सेना में रहकर देश की सेवा की है और यह सरकार देश के किसानों की नहीं सुन रही है. ऐसे में किसान आंदोलन के समर्थन में एडवोकेट नवल किशोर गोदारा के साथ कुछ अन्य लोग भी एक दिवसीय अन्न जल त्याग कर किसान आंदोलन को समर्थन दे रहे हैं.
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उन्होंने कहा कि सरकार ने समय रहते किसानों की नहीं सुनी, तो हम बड़े स्तर पर आंदोलन करेंगे. एडवोकेट नवल किशोर लीलावत ने बताया कि किसान आंदोलन के समर्थन में हमने जल त्याग कर एक दिवसीय प्रदर्शन किया है. इस आंदोलन में अनाज को बेचकर, इससे मिलने वाली राशि को किसान आंदोलन में सहयोग राशि के रूप में जमा करवाएंगे.