बाड़मेर. पश्चिमी राजस्थान के जिलों में पिछले 8 महीनों से खरीद के बाद रबी की फसलें बर्बाद कर दी. लगातार हो रहे टिड्डी हमले में किसानों कि लाखों रुपए की फसल चौपट कर दी है. वहीं राज्य और केंद्र सरकारें टिड्डी नियंत्रण करने में विफल रही है, तो वहीं दूसरी ओर किसानों ने सरकार के साथ दिन-रात कंधे से कंधा मिलाकर अपने खर्च पर ट्रैक्टरों के जरिए खेतों में स्प्रे किया.
जिसके बाद कहीं जाकर टिड्डी से कुछ राहत मिली, लेकिन अब किसान फसलों के आर्थिक नुकसान के साथ-साथ अब टिड्डी नियंत्रण के दौरान जिन किसानों ने टिड्डी पर स्प्रे किया था. उन्हें डीजल और ट्रैक्टर का किराया तक नहीं मिला. जिसके चलते किसान दोहरी मार झेल रहे हैं.
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किसानों ने कहा कि टिड्डी दल से हुए नुकसान का आकलन स्प्रे मशीन वाले किसानों के ट्रैक्टरों को डीजल के पैसे दिलाने की गत माह में पड़ोसी देश पाकिस्तान से आई थी. टिड्डीयों को नियंत्रण करने के लिए भियाड़ बेल्ट के लगभग 28 ट्रैक्टर स्प्रे मशीनों से 1 माह तक शिव गडा वह बायतु तहसील में ठुठरती रातों में काम किया. सरकार द्वारा किसानों को ट्रैक्टरों को डीजल के 2500 प्रतिदिन देने का प्रावधान था. जो पैसे अभी तक किसानों को नहीं मिला है.
किसानों के अनुसार टिड्डी प्रभावित किसानों को सरकार की ओर से अब तक कोई भी मुआवजा नहीं मिला है. ऊपर से उन्होंने खुद के पैसों से दिन-रात सरकार के साथ कंधे से कंधा मिलाकर टिड्डी दल का खात्मा किया, लेकिन उन्हें अब दोहरी मार झेलनी पड़ रही है. जिसकी वजह से उन्हें खासी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. किसानों ने ज्ञापन में विशेष मुआवजा की भी मांग की है बता दे पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने भी बाड़मेर दौरे के दौरान पत्रकारों से रूबरू होते हुए कहा था टिड्डी दल के अटैक से किसानों को भारी नुकसान हुआ है वही कई किसान जिन्होंने अपने स्तर टिड्डी पर स्प्रे किया था उन्हें डीजल और ट्रैक्टर का किराया तक नहीं मिला सरकार की ओर से कोई मदद नहीं की गई जिससे वे किसान दोहरी मार झेल रहे हैं.