बाड़मेर. राजस्थान में कोरोना पर अब राजनीति शुरू हो गई है. राजस्व मंत्री हरीश चौधरी के निर्देश के बाद साभरा में अस्थाई अस्पताल बनने के बाद सोमवार को केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री कैलाश चौधरी ने बाड़मेर मेडिकल कॉलेज के अस्पताल का दौरा किया और प्रशासन एवं स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक की. बैठक में उन्होंने मांग की कि हम बीजेपी के कार्यकर्ता बाड़मेर और बालोतरा में अस्थाई कोविड-19 अस्पताल खोलना चाहते हैं, गहलोत सरकार से बस इतनी सी मदद चाहते हैं कि सरकार हमें डॉक्टर और नर्सिंग स्टाफ उपलब्ध करवाए, बाकी ऑक्सीजन से लेकर इंजेक्शन तमाम व्यवस्थाएं हम अपने स्तर पर करेंगे.
कैलाश चौधरी ने बाड़मेर के मेडिकल कॉलेज अस्पताल में करीब 2 घंटे तक लगातार प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग से जुड़े अधिकारियों के साथ कोरोना पर चर्चा की. चौधरी ने कहा कि कांग्रेस के विधायक के कहने पर अस्थाई अस्पताल में डॉक्टर और नर्सिंगकर्मी लगा रहे हो लेकिन हालात यह हैं कि चारों तरफ अव्यवस्था है. लोग बेड के लिए दर-दर भटक रहे हैं. ऐसे में सांसद कोष और अन्य भामाशाहों की मदद से बीजेपी अस्थाई कोविड-19 अस्पताल खोलना चाहती है. इसके लिए हमें सिर्फ प्रशासन से डॉक्टर और स्वास्थ्यकर्मी चाहिए. बाकी खाने-पीने से लेकर ऑक्सीजन, बेड की व्यवस्थाएं हम अपने स्तर पर कर लेंगे.
कैलाश चौधरी ने कहा कि यह समय राजनीति करने का नहीं है. हम लोग जनता की सेवा करना चाहते हैं. इस समय सबसे ज्यादा जरूरत मरीजों को बेड की है, जो कि प्रदेश की गहलोत सरकार व्यवस्था नहीं कर पा रही है. इसीलिए आज हम ने प्रशासन से मांग की है कि बाड़मेर और बालोतरा में अस्थाई कोविड-19 अस्पताल खोलकर बीजेपी के कार्यकर्ता इस संकट की घड़ी में लोगों की जान बचाना चाहते हैं.