बाड़मेर. करौली जिले के हिंडौन सिटी में दो दिन पहले होमगार्ड जवान नेमाराम की ट्रक पलटने से मौत हो गई थी. बुधवार को नेमाराम का पार्थिक शरीर पैतृक गांव गिराब पहुंचा तो घर में कोहराम मच गया. नेमाराम को नम आखों से विदाई दी गई (Jawan Nemaram given farewell with moist eyes). पूरा गांव अंतिम दर्शन करने के लिए उमड़ पड़ा. बॉर्डर होमगार्ड ने गार्ड ऑफ ऑनर देकर अंतिम विदाई दी.
होमगार्ड जवान की अंतिम यात्रा के दौरान सैकड़ों की संख्या में लोग शामिल हुए और श्रद्धांजलि अर्पित की. उसके बाद नेमाराम के पार्थिव शरीर को गिराब के श्मशान घाट ले जाया गया. जहां पर उनका अंतिम संस्कार कर दिया गया. पार्थिक देह को नेमाराम के बड़े भाई ने मुखाग्नि दी. स्थानीय ग्रामीणों के अनुसार नेमाराम मिलनसार व्यक्ति थे. जब से गांव में उनके निधन की खबर मिली है. उसके बाद से ही पूरे गांव में शोक की लहर है. नेमाराम 5 साल पहले होमगार्ड के पद पर में लगे थे. परिवार की आर्थिक स्थिति भी बेहद कमजोर है, ऐसे में सरकार को परिवार के एक सदस्य को नौकरी और आर्थिक मुआवजे की भी मांग की गई है.
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8 जुलाई को होने वाली शादी: होमगार्ड जवान नेमाराम की 8 जुलाई को शादी होनी थी. ऐसे में घर पर शादी की तैयारियां जोरों से चल रही थी. घर में खुशी का माहौल था. लेकिन शादी से पहले ही हुए हादसे ने परिवार की खुशियां को मातम में बदल दिया.
यह था मामला: करौली में सोमवार को अवैध रूप से सैंड स्टोन के ब्लॉक ले जा रहे ट्रक को खनिज विभाग की टीम ने जब्त कर चौकी ले जाने के निर्देश दिए. निगरानी के लिए उसमें ड्राइवर के साथ 3 होमगार्ड जवानों को बैठा दिया गया. साथ ही ट्रक के आगे और पीछे खनिज विभाग की गाड़ी चलने लगी. रास्ते में जब्त किया हुआ ट्रक पलट गया. जिसमें नेमाराम की मौत हो गई. जबकि दो अन्य होमगार्ड जवान घायल हो गए थे, जिनका उपचार जारी है.