बालोतरा (बाड़मेर). बालोतरा में लगने वाले विश्व प्रसिद्ध तिलवाड़ा पशु मेला इस बार कोरोना वायरस की चपेट में आ गया है. पिछले 700 सालों से आयोजित हो रहा तिलवाड़ा पशु मेला पहली बार कोरोना वायरस के चलते निरस्त कर दिया गया है. तय समय के बाद अचानक ही मेले के आयोजन को निरस्त करने के बाद मेले के निरस्त होने की जानकारी के अभाव में आज भी बड़ी संख्या में पशुपालक अपने पशुओं के साथ तिलवाड़ा मेले पर पहुंच रहे हैं. डेढ़ सौ किलोमीटर और 6 दिन पैदल चलकर आए पशुपालकों का वापस जाना बड़ा ही मुश्किल है.
ईटीवी भारत की टीम ने कुछ ऐसे ही पशु पालकों से बात की जो अपने पशुओं के साथ पैदल तिलवाड़ा के लिए जा रहे थे. उन्होंने बताया कि जैसलमेर से रवाना हुए थे करीबन डेढ़ सौ किलोमीटर चलकर अब पहुंचे हैं और यहां आकर जानकारी मिली है कि मेला कैंसिल हो गया है. बड़ी मुश्किल से मेला स्थल से कुछ ही दूरी पर पहुंचे हैं. अब ये मेला नहीं होगा तो वापस जाना मुश्किल होगा. ऊंट पालकों का कहना है कि हमारे पास समय पर सूचना नहीं मिलने के कारण हम जैसलमेर से निकल गए थे. कई दिनों तक पैदल चल कर अब यहां मेला स्थल के करीब पहुंच चुके हैं. अब जाकर देखते हैं कि क्या होता है. अब मेले से कुछ दूर है तो एक बार वहां जरूर जाएंगे.
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विश्व प्रसिद्ध तिलवाड़ा मेले के निरस्त करने की जानकारी को लेकर जब हमने बाड़मेर जिला कलेक्टर अंशदीप से बात की तो उन्होंने बताया कि, कोरोना वायरस के चलते तिलवाड़ा पशु मेला निरस्त कर दिया गया है और सावधानी के लिए हमने एडवाइजरी जारी कर दी है कि 50 से ज्यादा लोग एक जगह इकट्ठे न हों. अगर हालात सुधरते हैं तो हम फिर से मेले के आयोजन को लेकर प्रस्ताव भेजने की स्थिति में होंगे. फिलहाल के लिए इस मेले को निरस्त कर दिया गया है. इस मेले में राजस्थान और अलग-अलग कई राज्यों से पशु पालकों यहां पहुंचते हैं. उन पशुपालकों के ग्रुप को मेले के निरस्त होने की जानकारी प्रेषित करवाई जा चुकी है.