नई दिल्ली : पूर्व भारतीय बल्लेबाज रॉबिन उथप्पा ने स्टार ऑलराउंडर युवराज सिंह के कैंसर से जूझने के बाद उनके अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट करियर को जल्दी समाप्त करने के पीछे विराट कोहली की कप्तानी को जिम्मेदार ठहराया है. उथप्पा ने दावा किया कि कैंसर से उबरने के बाद युवराज ने कुछ फिटनेस रियायतों का अनुरोध किया था, लेकिन कोहली ने इसे अस्वीकार कर दिया था, जो उस समय भारतीय टीम के कप्तान थे.
हाल ही में एक डिजिटल टीवी वेबसाइट को दिए अपने इंटरव्यू में उथप्पा ने कहा, 'युवी पा का उदाहरण लें. वह व्यक्ति कैंसर को हरा चुका था और अंतरराष्ट्रीय टीम में वापसी करने की कोशिश कर रहा था. वह वह व्यक्ति है जिसने हमें विश्व कप जिताया-दो विश्व कप जितवाए-अन्य खिलाड़ियों के साथ-साथ हमें जीत दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई'.
Robin Uthappa slammed Virat Kohli for Dropping Yuvraj Singh in the Indian team
— Rajesh Tweets (@Rajeshtweets24) January 10, 2025
" the man beat cancer, and he is trying to come back into the international side. he is the man who won us a world cup, won us two world cups for that matter, along with the other players, but played… pic.twitter.com/0s4420mZ7P
उन्होंने आगे कहा, 'फिर ऐसे खिलाड़ी के लिए, जब आप कप्तान बनते हैं, तो आप कहते हैं कि उसके फेफड़ों की क्षमता कम हो गई है और जब आपने उसे संघर्ष करते देखा है, तो आप उसके साथ रहे हैं. किसी ने मुझे यह नहीं बताया, मैं चीजों को देखता हूं'.
उथप्पा ने दावा किया कि युवराज ने फिटनेस टेस्ट में अंक कटौती का अनुरोध किया था, लेकिन टीम मैनेजमेंट ने मना कर दिया. उन्होंने कहा, 'जब युवी ने 2 प्वाइंट्स की कटौती के लिए अनुरोध किया, तो उसे वह नहीं मिला. फिर उसने टेस्ट दिया क्योंकि वह टीम से बाहर था और वे उसे टीम में नहीं ले रहे थे. उसने फिटनेस टेस्ट पास किया, टीम में आया, एक खराब टूर्नामेंट खेला, उसे पूरी तरह से बाहर कर दिया. उसके बाद उसे कभी नहीं लिया गया'.
उथप्पा ने कहा, 'नेतृत्व समूह में जो भी था, उसने उनकी बात नहीं मानी. उस समय विराट लीडर थे और उनके मजबूत व्यक्तित्व के कारण सब उनके अनुसार चला और उस समय भी सब उनके अनुसार ही हुआ'.
युवराज सिंह, जिन्हें भारत के सबसे बेहतरीन सफेद गेंद वाले क्रिकेटरों में से एक माना जाता है, ने एमएस धोनी की कप्तानी में टीम की दो विश्व कप जीत में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी. वनडे वर्ल्ड कप 2011 में शानदार प्रदर्शन करने के बाद, युवराज को कैंसर का पता चला और अमेरिका में उनका सफल इलाज किया किया.
युवराज ने मुश्किलों को पार करते हुए शानदार वापसी की और भारतीय टीम में जगह बनाई, यहां तक कि इंग्लैंड के खिलाफ वनडे में शतक भी जड़ा. हालांकि, 2017 चैंपियंस ट्रॉफी में खराब प्रदर्शन के बाद, उन्हें चयनकर्ताओं ने नजरअंदाज कर दिया और आखिरकार 2019 में उन्होंने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास ले लिया.