जयपुर/ बाड़मेर. त्योहारी सीजन के तहत प्रदेश में चिकित्सा विभाग की ओर से शुद्ध के लिए युद्ध अभियान शुरू कर दिया गया है. जिसके तहत शनिवार को जयपुर के अलग-अलग स्थानों पर कार्रवाई को अंजाम दिया गया. जहां बड़ी मात्रा में मिलावटी घी सीज किया गया.
आयुक्त खाद्य सुरक्षा डॉ. केके शर्मा के निर्देश पर चिकित्सा विभाग के केंद्रीय दल के खाद्य सुरक्षा अधिकारियों ने तीन अलग-अलग स्थानों पर कार्रवाई कर सात अलग-अलग ब्रांड के घी के नमूने एकत्रित किए. इस दौरान टीम ने एफएसएस एक्ट के तहत 13000 लीटर मिलावटी घी सीज किया. निर्माण नगर स्थित मैसर्स गणेश ट्रेडिंग कंपनी, नाहरगढ़ रोड स्थित प्रियांशी ऐंजेसी तथा कुकरखेड़ा मंडी सीकर रोड स्थित श्रीपार्श्वनाथ ट्रेडिंग कंपनी पर कार्रवाई की गई.
घी निर्माता इस प्रकार के केमिकल का इस्तेमाल किया जा रहा है कि घी के प्रमुख पैरामीटर आरएम और बीआर को सेट किया जाता है. इन घी की फैटी एसिड प्रोफाइल की जांच करने पर असलियत सामने आई और मिलावट पाई जा रही है. कार्रवाई में केन्द्रीय दल के खाद्य सुरक्षा अधिकारी विनोद शर्मा, संदीप अग्रवाल, विशाल मित्तल, भानूप्रताप सिंह गहलोत शामिल रहे.
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बाड़मेर में एक्सपायरी डेट का 1060 लीटर घी पकड़ा
अभियान के तहत बाड़मेर में भी कार्रवाई की गई है. खाद्य सुरक्षा टीम ने 1060 लीटर नकली घी बरामद किया. खाद्य सुरक्षा अधिकारी ने इसकी जानकारी कोतवाली थाना पुलिस को दी. इसके बाद मौके पर पहुंचकर घी जप्त कर लिया गया. ये घी एक्सपायरी डेट का था. घी के मालिक के बारे में पूछने पर ट्रांसपोर्ट मालिक ने बताया कि यह घी मैसर्स धर्मराज एजेंसी, सिटी सेंटर बाड़मेर का है.
ट्रांसपोर्ट मालिक सुरेश ने घी को गाडी में डालकर मैसर्स धर्मराज एजेंसी के मालिक जितेन्द्र सिन्धी को सुपुर्द करने के लिए उसके निवास पर भिजवाया. लेकिन जितेन्द्र निवास पर उपस्थित नहीं हुआ और अपना मोबाइल भी बंद कर लिया. स्थिति को देखते हुए मौके पर कोतवाली पुलिस को बुलाकर घी पुलिस चौकी ले गये.
खाद्य सुरक्षा अधिकारी भूराराम गोदारा ने बताया कि ट्रांसपोर्ट मालिक एवं घी मालिक जितेन्द्र के भागीदार रामकुमार बंसल से कड़ाई से पूछताछ प्रारम्भ की तो उसने जितेन्द्र को मौके पर बुलाने के लिए हामी भरी. इसके बाद जितेन्द्र उपस्थित हुआ और उसके बताये गोदाम पर घी का नमूना लेने के बाद सीज कर नमूना जांच के लिए प्रयोगशाला भेजा गया. जांच रिपोर्ट आने पर आगे की कानूनी कार्यवाही की जाएगी. अभियान के तहत ऐसी कार्यवाही जारी रहेगी.