बायतु (बाड़मेर). लद्दाख में भारत-चीन की सीमा पर गलवान घाटी में चीन की ओर से किए गए हमले को लेकर देश भर में आक्रोश है. देश के अलग-अलग हिस्सों में चीनी राष्ट्रपति शी जीनपिंग का फूंक कर विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है. साथ ही चीनी सामान का बहिष्कार कर उनकी होली जलाई जा रही है. बाड़मेर जिले के बायतु में भी राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ और बायतू के सामाजिक संगठन के साथ मिलकर ग्रामीणों ने चीन के खिलाफ विरोध-प्रदर्शन किया, साथ ही चीनी राष्ट्रपति का पुतला फूंका.
बता दें कि कस्बे में आरएसएस और ग्रामीणों ने मिलकर चीनी समान के बहिष्कार करने को लेकर मुख्य बाजार में रैली निकाली. रैली के माध्यम से लोगों से चीनी सामान के बहिष्कार की अपील की गई. जिसके बाद चीनी राष्ट्रपति का पुतला जलाकर चीनी वस्तुओं की होली जलाई.
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राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ बाड़मेर विभाग प्रचारक राजेश कुमार ने बताया कि चीन की शक्ति चीन की वस्तुओं में है. चीन हर दृष्टि से भारत पर अतिक्रमण करना चाहता है. इस समस्या का सबसे बड़ा समाधान है कि हम चीनी वस्तुओं का बहिष्कार करें. हम शपथ लें कि भारत की बनी वस्तुओं का ही प्रयोग करेंगे.
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बता दें कि भारत और चीन की सीमा पर गलवान घाटी में 15 जून को हुए हिंसक झड़प में भारत के 20 जवान शहीद हो गए. जिसके बाद देश भर में चीनी सामान का बहिष्कार करने की अपील की जा रही है. साथ ही चीन के खिलाफ लगातार विरोध-प्रदर्शन भी जारी है. बायतु में आयोजित इस कार्यक्रम में भगीरथ गोलेच्छा राकेश बागरेचा, धनराज गांधी, बलदेव व्यास, तगाराम दर्जी, रामलाल चौधरी, हनुमान गोदारा सहित अन्य नागरिकों ने चीन के विरुद्ध नारे लगाए और चीनी वस्तुओं का बहिष्कार करने का ग्रामीणों से आग्रह किया.