बाड़मेर. राजस्थान में खनन माफियाओं के हौसले बुलंद होते जा रहे हैं. अब वो कार्रवाई करने वाली टीम पर भी हमला करने से नहीं चूक रहे हैं. गुरुवार को दौसा जिले में बजरी खनन माफियाओं पर कार्रवाई करने गई टीम पर हमला बोल दिया जिसके बाद होमगार्ड जवान भवानी सिंह को ट्रैक्टर से कुचल कर हत्या कर दी गई.
बता दें कि भवानी सिंह बाड़मेर के सरहदी गांव तामलोर जिले के निवासी हैं. इस घटना के बाद से ही बाड़मेर के लोगों में आक्रोश है और बजरी खनन माफिया के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने के साथ ही होमगार्ड भवानी सिंह को शहीद का दर्जा देने की मांग कर रहे हैं. इस मामले को लेकर शुक्रवार को बाड़मेर के युवाओं ने जिला कलेक्टर को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा. युवाओं ने होमगार्ड भवानी सिंह को शहीद का दर्जा देकर खनन माफियाओं के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई करने की मांग की.
ज्ञापन देने आए रमेश सिंह इंदा ने बताया कि राजस्थान में लगातार अपराध बढ़ रहा है और खनन माफियाओं के हौसले बुलंद होते जा रहे हैं. इसी के चलते कल गुरुवार को दौसा जिले में खनन माफियाओं पर कार्रवाई करने गए टीम पर खनन माफियाओं ने हमला बोल दिया. बॉर्डर होमगार्ड में तैनात बाड़मेर जिले के सरहदी गांव तामलोर निवासी भवानी सिंह फर्ज को अंजाम देते हुए उनका निधन हो गया. ऐसे में हम सब चाहते हैं कि सरकार भवानी सिंह को शहीद का दर्जा दे और सैन्य सम्मान के साथ उनकी अंत्येष्टि करवाई जाए.
उन्होंने कहा कि साथ ही पीड़ित परिवार को एक करोड़ रुपए का आर्थिक मुआवजे के साथ सरकारी नौकरी दी जाए और खनन माफियाओं के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की जाए ताकि इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति ना हो.
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गौरतलब है कि दौसा जिले के मंडावर थाने इलाके के गढ़ हिम्मत सिंह गांव में गुरुवार को विभाग की टीम बजरी खनन माफियाओं के विरुद्ध कार्रवाई करने गई थी, पर खनन माफियाओं ने हमला बोल दिया और बाड़मेर के सरहदी गांव तामलोर जिले के निवासी बॉर्डर होमगार्ड के जवान भवानी सिंह को ट्रैक्टर से कुचलकर हत्या कर दी. इस घटना के बाद से ही बाड़मेर के लोगों में आक्रोश है. अपनी मांगों को लेकर बाड़मेर के युवाओं ने मुख्यमंत्री के नाम जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा.