बाड़मेर. वैश्विक कोरोना महामारी के साए में ही वर्ष 2020 बीता है. ऐसे में कोविड-19 के दौर में बाड़मेर पुलिस ने किस तरह से काम किया इसको लेकर बाड़मेर पुलिस अधीक्षक आनंद शर्मा ने प्रेस वार्ता का आयोजन कर वर्ष 2020 का पूरा लेखा-जोखा मीडिया के सामने रखा है. उन्होंने कहा कि वर्ष 2020 में पंचायती राज चुनाव शांतिपूर्ण रूप से संपन्न करवाए गए. इसके साथ ही कोरोना में भी पुलिस ने आमजन और मीडिया के सहयोग से बेहतरीन काम किए है. नाबालिग से गैंगरेप मामले में 12 घंटे में ही आरोपी को हिरासत में लिया गया. 21 लाख रुपए की ठगी प्रकरण में भी आरोपी निजामुद्दीन गिरफ्तार किया, यह पुलिस की उपलब्धि रही है.
वर्ष 2020 में दर्ज अपराधों और पुलिस की ओर से की गई कार्रवाई और पुलिस की उपलब्धियों को लेकर जिला पुलिस अधीक्षक आनंद शर्मा ने प्रेस वार्ता का आयोजन किया. पुलिस अधीक्षक ने वर्ष 2020 में पुलिस की ओर से की गई कार्रवाई और बढ़ते अपराध को रोकने के लिए पुलिस की ओर से किए गए प्रयासों की जानकारी दी. उन्होंने कहा कि वर्ष 2019 की तुलना में 2020 में 2 फीसदी क्राइम बढ़ा है, लेकिन सबसे हैरान करने वाली बात यह है कि महिला अत्याचार मामलो मे 45 फीसदी मामले और ब्लात्कार के 227 प्रकरणों में 93 झूठे प्रकरण पाए गए हैं. वहीं सबसे ज्यादा चोरी के मामलों में इजाफा हुआ है.
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बाड़मेर के पुलिस अधीक्षक आनंद शर्मा का यह दावा है कि आत्महत्याओं के मामले में पिछले साल से इस साल गिरावट आई है. बता दें कि राजस्थान में गहलोत सरकार बनने के बाद लगातार गहलोत सरकार यह दावा करती रही है कि उन्होंने पुलिस को निर्देश दे दिए हैं कि हर मामला दर्ज होना चाहिए और ये अब धरातल पर होती नजर आ रहा है. वर्ष 2018 में बाड़मेर जिले में 3 हजार 500 मामले दर्ज हुए थे. वहीं एकाएक इजाफा होते हुए 2020 में 5 हजार 935 मामले दर्ज हुए हैं.