बाड़मेर. जिले में पिछले कई वर्षों से निवास कर रहे 11 पाक विस्थापितों को जिला कलेक्टर हिमांशु गुप्ता ने शुक्रवार को भारतीय नागरिकता के प्रमाण पत्र प्रदान किए. राज्य सरकार की ओर से बाड़मेर जिले में रहने वाले 15 पाक विस्थापितों को भारतीय नागरिकता के प्रमाण पत्र जारी किए गए. इसमें से मौके पर उपस्थिति 11 पाक विस्थापितों को भारतीय नागरिकता के प्रमाण पत्र वितरित किए गए. इसमें 4 महिलाएं और 7 पुरुष शामिल थे.
इस दौरान जिला कलेक्टर हिमांशु गुप्ता ने भारतीय नागरिकता प्रमाण पत्र प्राप्त करने वालों को शुभकामनाएं एवं बधाई देते हुए कहा कि भारतीय नागरिकता मिलने के बाद उन्हें पहली बार मतदान का अधिकार मिलेगा. साथ ही भारत के नागरिकों के सभी अधिकार मिलेंगे. उन्होंने कहा कि भारतीय नागरिकता प्राप्त करने वाले सभी लोग आवश्यक रूप से मतदान सूची में अपने नाम जुड़वाएं. कलेक्टर कॉन्फ्रेंस हॉल में शुक्रवार को जिला कलेक्टर हिमांशु गुप्ता, अतिरिक्त जिला कलेक्टर राकेश कुमार शर्मा, गृह विभाग के सहायक शासन सचिव प्रेम फुलवारी मौजूद रहे.
इन लोगों को मिली भारतीय नागरिकता के प्रमाण पत्र
- युवराज सिंह पुत्र भाग सिंह
- गुलाब सिंह पुत्र तेज सिंह
- महेंद्र सिंह पुत्र नरपत सिंह
- दौलत सिंह पुत्र लालजी
- गोवर्धन सिंह पुत्र फतेह सिंह
- पारस भाई पत्नी हर्ष पाल सिंह
- सरोज भाई पत्नी महेंद्र सिंह
- अमीर सिंह पुत्र नीम सिंह
- महा सिंह पुत्र लालजी
- पप्पू कंवर पुत्री हनुमत सिंह
- राम कंवर पुत्री नरपत सिंह
वर्षों बाद मिली नागरिकता को छलकी खुशी
बाड़मेर में रहने वाले पाक विस्थापितों को भारतीय नागरिकता मिलने पर उनके चेहरे पर खुशी साफ देखने को मिली. उन्होंने बताया की अब हम भारतीय हैं. कई पाक विस्थापितों जो कई वर्षों से बाड़मेर में निवासरत है. उनको भारतीय नागरिकता नहीं होने के चलते उन्हें यहां की भाषा में शरणार्थी कहा जाता है. इस दौरान उन्हें कई परेशानियों का सामना भी करना पड़ता है. जैसे कि उन्हें सरकारी योजनाओं का लाभ नहीं मिलना. मतदान का अधिकार नहीं जैसी कई समस्याएं थी. अब उनमें से 15 पाक विस्थापितों को भारतीय नागरिकता के प्रमाण पत्र मिले तो उनकी खुशी का कोई ठिकाना नहीं था.
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कलेक्टर ने दिया नागरिकता प्रमाण पत्र..खिलाई मिठाई
बाड़मेर प्रशासन ने उन्हें भारतीय नागरिकता के प्रमाण पत्र दिए और मिठाई खिलाकर उनका मुंह मीठा करवाया. बरसों से भारतीय नागरिकता पाने की कोशिश कर रहे आज का दिन उनके लिए खुशियों भरा रहा. भारतीय नागरिकता प्रमाण पत्र मिलने के बाद उनके चेहरों पर खुशी देखते ही बन रही थी और बड़े ही खुशी-खुशी कह रहे थे अब हम भारतीय हैं.