बाड़मेर. जिला मुख्यालय पर कुछ महीने पहले ही मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने नंदी गौशाला का उद्घाटन किया था. उधर नंदी गौशाला में लगातार हो रही गोवंश की मौत की खबर मीडिया में आने के बाद इस पूरे मामले में सीएमओ ने बाड़मेर जिला प्रशासन से रिपोर्ट मांगी है.
बता दें कि इसके बाद बाड़मेर प्रशासन ने इस पूरे मामले को गंभीरता से लेते हुए इस मामले की जांच शुरू कर दी. वहीं शुक्रवार को बाड़मेर जिला कलेक्टर अंशदीप ने नंदी गौशाला पहुंचकर यहां की व्यवस्थाओं का जायजा लिया. उन्होंने गौवंश की पिछले दिनों हुई मौतों के बारे में विस्तार से जानकारी ली. जिला कलेक्टर ने गौशाला की व्यवस्थाओं की प्रभावी मॉनिटरिंग के लिए जिला प्रशासन की ओर से प्रत्येक दो दिन में निरीक्षण करने के निर्देश दिए.
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बता दें कि जिला कलेक्टर अंशदीप और अतिरिक्त जिला कलेक्टर राकेश कुमार शर्मा ने शुक्रवार को नंदी गौशाला में चारे-पानी और छाया की व्यवस्थाओं का जायजा लिया. उन्होंने संचालक कमेटी और पशुपालन विभाग के अधिकारियों से पिछले दिनों गौशाला में हुई गौवंश की मौत के मामले में विस्तार से जानकारी ली. इस दौरान पशुपालन विभाग के संयुक्त निदेशक डा.गंगाधर शर्मा और अन्य पशु चिकित्साको ने पोलीथिन खाने, हम्यूनिटी और निमोनिया से गायों की मौत होना बताया.
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वहीं उन्होंने बताया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में इसकी पुष्टि हुई है. निरीक्षण के दौरान गौशाला में चारे-पानी की पुख्ता व्यवस्था पाई गई. वहीं गौवंश के लिए इधर-उधर घूमने के लिए भी पर्याप्त खुला स्थान मिला. जिला कलेक्टर अंशदीप ने बताया कि गौशाला की व्यवस्थाओं की प्रभावी मॉनिटरिंग के लिए जिला प्रशासन की ओर नियुक्त अधिकारी प्रत्येक दो दिन में निरीक्षण करेंगे. इस दौरान नगर परिषद सभापति दिलीप माली, समेत विभिन्न विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे.