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बाड़मेरः कलेक्टर ने किया जिला अस्पताल का निरीक्षण, शिशु वार्ड की टूटी खिड़कियों के शीशे लगाने के दिए निर्देश

शनिवार को बाड़मेर के जिला कलेक्टर अंशदीप ने जिला अस्पताल की व्यवस्थाओं का जायजा लिया. साथ ही शिशु वार्ड की टूटी हुई खिड़कियों को जल्द ठीक करवाने के निर्देश दिए.

जिला अस्पताल का निरीक्षण, inspection of the district hospital
जिला अस्पताल का निरीक्षण
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Published : Jan 4, 2020, 5:44 PM IST

बाड़मेर. जिला अस्पताल के मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य केंद्र में बाड़मेर जिला कलेक्टर अंशदीप ने शनिवार को अचेक निरीक्षण कर व्यवस्थाओं का जायजा लिया. वहीं जिला कलेक्टर ने शिशु वार्ड का निरीक्षण कर, वार्ड में खिड़कियों के टूटे शीशों को तुरंत लगाने के निर्देश दिए.

बता दें कि अस्पताल के मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य केंद्र में शिशु वार्ड की खिड़कियों के शीशे टूटे हुए थे. जिसकी वजह से इस कड़ाके की सर्दी में मासूमों को खासी परेशानी का सामना करना पड़ता है. अस्पताल में भर्ती शिशु के परिजनों ने ईटीवी भारत से बातचीत करते हुए बताया कि इस सर्दी में इन खिड़कियों की वजह से रात में बेहद ठंड लगती है. जिसकी वजह से बच्चे और बीमार हो जाते हैं.

बाड़मेर जिला कलेक्टर ने किया जिला अस्पताल का औचक निरीक्षण

पढ़ें: उदयपुर: तीसरे दिन भी जारी है रेजिडेंट डॉक्टर की हड़ताल, अस्पताल प्रबंधन पर लगाया वादाखिलाफी का आरोप

वहीं टूटी हुई खिड़कियों के चलते उन्होंने खुद ही शीशों की जगह चादर या फिर कागज के गत्ते लगाकर सर्दी को रोकने का जतन किया है. ताकि उनके बच्चे और बीमार ना पड़ें. बता दें कि इस खबर को ईटीवी भारत ने प्रमुखता से दिखाया था. जिसके बाद ही जिला प्रशासन हरकत में आया.

जिला कलेक्टर ने नवजात आईसीयू के अंदर ऑक्सीजन और बिजली की सप्लाई और अन्य चिकित्सक सुविधाओं का भी जायजा लिया. साथ ही आवश्यक दिशा- निर्देश दिए. जिला कलेक्टर अंशदीप ने बताया कि यहां व्यवस्थाएं ठीक हैं. उन्होंने कहा कि बच्चों के शिशु वार्ड में कमी मिली है, शिशु वार्ड के खिड़कियों के शीशे टूटे हुए हैं. जिन्हें ठीक करने के निर्देश दे दिए गए हैं.

बाड़मेर. जिला अस्पताल के मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य केंद्र में बाड़मेर जिला कलेक्टर अंशदीप ने शनिवार को अचेक निरीक्षण कर व्यवस्थाओं का जायजा लिया. वहीं जिला कलेक्टर ने शिशु वार्ड का निरीक्षण कर, वार्ड में खिड़कियों के टूटे शीशों को तुरंत लगाने के निर्देश दिए.

बता दें कि अस्पताल के मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य केंद्र में शिशु वार्ड की खिड़कियों के शीशे टूटे हुए थे. जिसकी वजह से इस कड़ाके की सर्दी में मासूमों को खासी परेशानी का सामना करना पड़ता है. अस्पताल में भर्ती शिशु के परिजनों ने ईटीवी भारत से बातचीत करते हुए बताया कि इस सर्दी में इन खिड़कियों की वजह से रात में बेहद ठंड लगती है. जिसकी वजह से बच्चे और बीमार हो जाते हैं.

बाड़मेर जिला कलेक्टर ने किया जिला अस्पताल का औचक निरीक्षण

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वहीं टूटी हुई खिड़कियों के चलते उन्होंने खुद ही शीशों की जगह चादर या फिर कागज के गत्ते लगाकर सर्दी को रोकने का जतन किया है. ताकि उनके बच्चे और बीमार ना पड़ें. बता दें कि इस खबर को ईटीवी भारत ने प्रमुखता से दिखाया था. जिसके बाद ही जिला प्रशासन हरकत में आया.

जिला कलेक्टर ने नवजात आईसीयू के अंदर ऑक्सीजन और बिजली की सप्लाई और अन्य चिकित्सक सुविधाओं का भी जायजा लिया. साथ ही आवश्यक दिशा- निर्देश दिए. जिला कलेक्टर अंशदीप ने बताया कि यहां व्यवस्थाएं ठीक हैं. उन्होंने कहा कि बच्चों के शिशु वार्ड में कमी मिली है, शिशु वार्ड के खिड़कियों के शीशे टूटे हुए हैं. जिन्हें ठीक करने के निर्देश दे दिए गए हैं.

Intro:बाड़मेर


बाड़मेर जिला कलेक्टर ने किया अस्पताल का औचक निरीक्षण , शिशु वार्ड के खिड़कियों के टूटे शीशे लगाने के दिए निर्देश


ईटीवी भारत की खबर के बाद प्रशासन आया हरकत में बाड़मेर जिला अस्पताल के मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य केंद्र में बाड़मेर जिला कलेक्टर अंशदीप ने शनिवार को अचेक निरीक्षण कर व्यवस्थाओं का जायजा लिया वहीं जिला कलेक्टर ने शिशु वार्ड के निरीक्षण कर वार्ड की खिड़कियों के टूटे शीशों को तुरंत लगाने के निर्देश दिए


Body:बाड़मेर जिला अस्पताल के मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य केंद्र मे शिशु वार्ड की खिड़कियों के शीशे टूटे हुए थे जिसकी ही वजह से इस कड़ाके की सर्दी की वजह से नन्हे मासूमों को खासी परेशानी का सामना करना पड़ा है अस्पताल में भर्ती शिशु के परिजनों ने ईटीवी भारत से बातचीत करते हुए बताया कि इस सर्दी में इन खिड़कियों की वजह से रात में बेहद ठंड लगती है जिसकी वजह से बच्चे और बीमार हो जाते हैं जिसकी वजह से उन्होंने खुद ही शिशु वार्ड में खिड़कियों में टूटे शीशों की जगह चद्दर कागज के गत्ते लगाकर सर्दी को रोकने का जतन किया है ताकि उनके बच्चे और बीमार ना पड़े शिशु वार्ड के खिड़कियों के टूटे शीशे की वजह से बच्चे और बीमार हो रहे हैं और सर्दी से बचने के लिए परिजनों ने शिशु वार्ड की खिड़कियों में कपड़े कागज के गत्ते आदि लगाकर सर्दी से बच्चों को बचाने का प्रयास कर रहे इस खबर को ईटीवी भारत ने प्रमुखता से दिखाया था जिसके बाद जिला प्रशासन हरकत में आया और शनिवार को जिला कलक्टर अंशदीप राजकीय चिकित्सालय का औचक निरीक्षण कर व्यवस्थाओं का जायजा लिया


Conclusion:जिला कलेक्टर ने शिशु वार्ड का निरीक्षण कर शिशु वार्ड की खिड़कियों में टूटे शीशे लगाने के तुरंत निर्देश दिए जिला कलेक्टर ने नवजात आईसीयू के अंदर ऑक्सीजन बिजली सप्लाई एवं अन्य चिकित्सक सुविधाओं का भी जायजा लिया और आवश्यक दिशा निर्देश दिए जिला कलेक्टर अंशदीप ने बताया कि यहां व्यवस्थाएं ठीक है उन्होंने कहा कि बच्चों के शिशु वार्ड में कमी मिली है शिशु वार्ड के खिड़कियों के शीशे टूटे हुए हैं उन्हें ठीक करने के निर्देश दे दिए गए हैं

बाईट- अंशदीप ,जिला कलेक्टर बाड़मेर
बाईट- शांति देवी, शिशु परिजन
बाईट- मरियम,शिशु परिजन
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