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बाड़मेरः मालाणी एक्सप्रेस बंद करने के आदेशों के बाद लोगों में आक्रोश, युवाओं ने पंपलेट और हस्ताक्षर अभियान से मालाणी बचाओ की शुरू की मुहिम

मालाणी एक्सप्रेस को बंद कर जोधपुर से दिल्ली के बीच चलने वाली मंडोर एक्सप्रेस ट्रेन को बाड़मेर तक बढ़ाने के रेलवे के निर्णय के बाद बाड़मेर के लोगों में आक्रोश बढ़ता ही जा रहा है जहां मंडोर एक्सप्रेस का स्वागत किया तो वर्षों से बाड़मेर से चलने वाली मालाणी एक्सप्रेस को बंद करने के रेल्वे के निर्णय गलत बताया.

Outrage among people after orders to stop Malani Express, barmer news, बाड़मेर न्यूज
मालाणी एक्सप्रेस बंद करने की आदेशों के बाद लोगों में आक्रोश
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Published : Nov 29, 2019, 6:51 PM IST

बाड़मेर. 'मालाणी की जनता करे पुकार हमे भी मिले लंबी दूरी की ट्रेनों का उपहार' यह नारा काफी समय से सुनने को मिल रहा है, लेकिन बाड़मेर को लंबी दूरी की ट्रेन नहीं मिली बल्कि ब्रॉडगेज पर दौड़ने वाली वर्षो पुरानी मालाणी एक्सप्रेस को ही बाड़मेर से अलग कर दिया जा रहा है.

मालाणी एक्सप्रेस बंद करने की आदेशों के बाद लोगों में आक्रोश

बता दें कि बाड़मेर से पुरानी दिल्ली को जाने वाली मालाणी एक्सप्रेस को बंद करने की घोषणा से ही बाड़मेर मे बवाल मच गया है. बता दें कि लोगों ने सरकार के इस निर्णय की कड़े शब्दों में भर्त्सना की है. वहीं युवाओं ने रेलवे स्टेशन के आगे सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. युवाओं ने मालाणी को महज एक ट्रेन नहीं बल्कि बाड़मेर की जनता की भावनाओं से जुड़ा हुआ एक अध्याय बताया. वहीं युवाओं को मालाणी का बंद होना कतई पसंद नहीं है.

पढ़ेंः यात्रियों के लिए खुशखबरीः मंडोर सुपरफास्ट ट्रेन का होगा बाड़मेर तक संचालन

बता दें कि मालाणी एक्सप्रेस को बंद कर मंडोर एक्सप्रेस को बाड़मेर तक बढ़ाने के रेलवे के फैसले के खिलाफ अब लोग सड़कों पर उतर आए हैं. लोगों ने रेलवे के इस फैसले की प्रति नाराजगी और गुस्सा जाहिर किया है की मालाणी एक्सप्रेस बाड़मेर जैसलमेर की जनता की भावनाओं से जुड़ी हुई है.
वहीं मालाणी बचाओ संघर्ष समिति के बैनर तले हस्ताक्षर अभियान से जन आंदोलन का आगाज हुआ सैकड़ों युवाओं ने रेलवे स्टेशन के बाहर मंडोर एक्सप्रेस का स्वागत करते हुए मालाणी को यथावत रखने की मांग की, इसके साथ ही युवाओं ने रेलवे स्टेशन पर यात्रियों को मालाणी एक्सप्रेस बचाने के लिए जागरुकता पंपलेट बांटे. बता दें रेलवे की ओर से मालाणी एक्सप्रेस को 14 मार्च 2020 से बंद कर 15 मार्च से जोधपुर से दिल्ली के बीच चलने वाली मंडोर एक्सप्रेस को बाड़मेर से चलाने का फैसला किया है.

बाड़मेर. 'मालाणी की जनता करे पुकार हमे भी मिले लंबी दूरी की ट्रेनों का उपहार' यह नारा काफी समय से सुनने को मिल रहा है, लेकिन बाड़मेर को लंबी दूरी की ट्रेन नहीं मिली बल्कि ब्रॉडगेज पर दौड़ने वाली वर्षो पुरानी मालाणी एक्सप्रेस को ही बाड़मेर से अलग कर दिया जा रहा है.

मालाणी एक्सप्रेस बंद करने की आदेशों के बाद लोगों में आक्रोश

बता दें कि बाड़मेर से पुरानी दिल्ली को जाने वाली मालाणी एक्सप्रेस को बंद करने की घोषणा से ही बाड़मेर मे बवाल मच गया है. बता दें कि लोगों ने सरकार के इस निर्णय की कड़े शब्दों में भर्त्सना की है. वहीं युवाओं ने रेलवे स्टेशन के आगे सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. युवाओं ने मालाणी को महज एक ट्रेन नहीं बल्कि बाड़मेर की जनता की भावनाओं से जुड़ा हुआ एक अध्याय बताया. वहीं युवाओं को मालाणी का बंद होना कतई पसंद नहीं है.

पढ़ेंः यात्रियों के लिए खुशखबरीः मंडोर सुपरफास्ट ट्रेन का होगा बाड़मेर तक संचालन

बता दें कि मालाणी एक्सप्रेस को बंद कर मंडोर एक्सप्रेस को बाड़मेर तक बढ़ाने के रेलवे के फैसले के खिलाफ अब लोग सड़कों पर उतर आए हैं. लोगों ने रेलवे के इस फैसले की प्रति नाराजगी और गुस्सा जाहिर किया है की मालाणी एक्सप्रेस बाड़मेर जैसलमेर की जनता की भावनाओं से जुड़ी हुई है.
वहीं मालाणी बचाओ संघर्ष समिति के बैनर तले हस्ताक्षर अभियान से जन आंदोलन का आगाज हुआ सैकड़ों युवाओं ने रेलवे स्टेशन के बाहर मंडोर एक्सप्रेस का स्वागत करते हुए मालाणी को यथावत रखने की मांग की, इसके साथ ही युवाओं ने रेलवे स्टेशन पर यात्रियों को मालाणी एक्सप्रेस बचाने के लिए जागरुकता पंपलेट बांटे. बता दें रेलवे की ओर से मालाणी एक्सप्रेस को 14 मार्च 2020 से बंद कर 15 मार्च से जोधपुर से दिल्ली के बीच चलने वाली मंडोर एक्सप्रेस को बाड़मेर से चलाने का फैसला किया है.

Intro:बाड़मेर

मालाणी एक्सप्रेस बंद करने की आदेशों के बाद लोगों में आक्रोश, युवाओं ने पंपलेट और हस्ताक्षर अभियान से मालाणी बचाओ की शुरू की मुहिम


मालाणी एक्सप्रेस को बंद कर जोधपुर से दिल्ली के बीच चलने वाली मंडोर एक्सप्रेस ट्रेन को बाड़मेर तक बढ़ाने के रेलवे के निर्णय के बाद बाड़मेर के लोगों में आक्रोश बढ़ता ही जा रहा है जहां मंडोर एक्सप्रेस का स्वागत किया तो वर्षों से बाड़मेर से चलने वाली मालाणी एक्सप्रेस को बंद करने के रेल्वे के निर्णय गलत बताया वही लोगो मालाणी एक्सप्रेस को बंद करने के निर्णय को वापस नहीं लेने पर आगामी समय में विरोध प्रदर्शन करने की बात कही


Body:बाड़मेर मे मालाणी की जनता करे पुकार हमे भी मिले लंबी दूरी की ट्रेनों का उपहार यह नारा काफी समय से सुनने को मिल रहा है बाड़मेर को लंबी दूरी की ट्रेन तो नहीं मिली बल्कि ब्रॉडगेज पर दौड़ने वाली वर्षो पुरानी मालाणी एक्सप्रेस को ही बाड़मेर से अलग कर दिया जा रहा है बाड़मेर से पुरानी दिल्ली को जाने वाली मालाणी एक्सप्रेस को बंद करने की घोषणा से ही बाड़मेर मे बवाल मच गया है सरकार के इस निर्णय की कड़े शब्दों में भर्त्सना की है वहीं युवाओं ने रेलवे स्टेशन के आगे सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की युवाओ ने मालाणी को महज एक ट्रेन नहीं बल्कि बाड़मेर की जनता की भावनाओं से जुड़ा हुआ एक अध्याय बताया वहीं युवाओं को मालाणी का बंद होना कतई पसंद नहीं है



Conclusion:मालाणी एक्सप्रेस को बंद कर मंडोर एक्सप्रेस को बाड़मेर तक बढ़ाने के रेलवे के फैसले के खिलाफ अब लोग सड़कों पर उतर आए हैं लोगों ने रेलवे के इस फैसले की प्रति नाराजगी और गुस्सा है की मालाणी एक्सप्रेस बाड़मेर जैसलमेर की जनता की भावनाओं से जुड़ी हुई है मालाणी बचाओ संघर्ष समिति के बैनर तले हस्ताक्षर अभियान से जन आंदोलन का आगाज हुआ सैकड़ों युवाओं ने रेलवे स्टेशन के बाहर मंडोर एक्सप्रेस का स्वागत करते हुए मालाणी को यथावत रखने की मांग की इसके साथ ही युवाओं ने रेलवे स्टेशन पर यात्रियों को मालाणी एक्सप्रेस बचाने के लिए जागरुकता पंपलेट बांटे आपको बता दें रेलवे की ओर से मालाणी एक्सप्रेस को 14 मार्च 2020 से बंद कर 15 मार्च से जोधपुर से दिल्ली के बीच चलने वाली मंडोर एक्सप्रेस को बाड़मेर से चलाने का फैसला किया है मंडोर एक्सप्रेस के शुरू होने की खुशी है तो मालाणी एक्सप्रेस को बंद करने के आदेशों के बाद लोगों में भारी आक्रोश व्याप्त है

बाईट- रूमा देवी ,शहरवासी
बाईट- रघुवीर सिंह ,तामलोर
बाईट- वी पी सिंह शहरवासी

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