बारां. जिले के राजपुरा सरकारी स्कूल में फर्जीवाड़ा सामने आने के बाद शिक्षा विभाग में हड़कंप मचा हुआ है. विभाग अब धड़ाधड़ निलंबन के आदेश जारी कर रहा है, जिसके चलते शनिवार को राजकीय प्राथमिक विद्यालय राजपुरा में कार्यरत शिक्षिका मौसमी मीणा और प्रिंसिपल कौशलेश सोनी को भी निलंबित कर दिया गया है.
जिला शिक्षा अधिकारी माध्यमिक पीयूष कुमार शर्मा ने बताया कि राजकीय प्राथमिक विद्यालय राजपुरा में कार्यरत शिक्षक दंपती की ओर से स्टेफनी शिक्षकों के द्वारा पढ़ाई करवाने का मामला सामने आया था. इसके बाद लगातार 2 दिन से शिक्षा विभाग की टीम संबंधित विद्यालय में पहुंच कर जांच कर रही है. जांच के बाद शिक्षा विभाग ने राजकीय प्राथमिक विद्यालय राजपुरा में कार्यरत शिक्षिका मौसमी मीणा और राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय सुंदलक में कार्यरत प्रिंसिपल कौशलेश सोनी को निलंबित कर दिया.
राजपुरा प्राथमिक विद्यालय सुंदलक पीईओ के अन्तर्गत आता है और समय रहते पीईओ की ओर से विभाग को सही सूचना नहीं दी गई. ऐसे में विभागीय अधिकारियों को गुमराह कर उचित सूचना नहीं देने को लेकर उन्हें निलम्बित किया गया है.
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उन्होंने बताया कि निलंबन काल में इनका मुख्यालय बीकानेर रहेगा. निदेशक माध्यमिक शिक्षा बीकानेर कानाराम की ओर से जारी आदेश में बताया गया है कि पीईओ और प्रधानाचार्य राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय सुंदलक में कार्यरत रहते हुए कौशलेश सोनी ने राजकीय प्राथमिक विद्यालय राजपुरा में अध्यापक विष्णु गर्ग और अध्यापिका मंजू गर्ग की अनुपस्थिति को नजर अंदाज किया. शिक्षक कार्मिक के रूप में तीन व्यक्तियों को भी लगाया गया, जिसे विभाग ने कौशलेश सोनी की ओर से पर्यवेक्षणिय कार्य में लापरवाही माना.