बारां. बारां के स्कूल में टीचर ने नाराज होने पर छात्रा हाथ तोड़ दिया. आरोप है किजब उसके पिता ने थाने में शिकायत की तो पुलिस ने राजीनामे का दबाव बनाते हुए झूठे केस में फंसाने की धमकी दे डाली.
मासूम जिले के मोरेली पठार गांव के एक सरकारी प्राइमरी स्कूल में तीसरी कक्षा की छात्रा है. बताया जा रहा है कि छात्रा उर्मिला स्कूल में पानी पीने की बोतल लेकर नहीं गई थी. इस बात से नाराज शिक्षिका निधि शर्मा ने छात्रा की डंडों से बेरहमी से पिटाई शुरू कर दी.
जब शाम के वक्त छात्रा रोते हुए अपने घर पहुंची तो उसके परिजनों को मामले की जानकारी हुई. उसने बताया कि स्कूल में पिटाई के बाद हाथ में तेज दर्द है. इसके बाद परिजन उसे छबड़ा के स्थानीय चिकित्सलाय में ले गए, लेकिन वहां उपचार करने से मना कर दिया गया. इस पर परिजन छात्रा को लेकर बारां के एक चिकित्सालय पहुंचे. इस दौरान पता चला कि छात्रा के हाथ में फैक्चर हो गया है.
इस मामले की शिकायत परिजनों ने बापचा थाने में की. लेकिन परिजनों का आरोप है कि जब शिकायत दर्ज कराने पहुंचे तो पुलिसकर्मियों ने उन्हें एफआईआर की कॉपी तक नही दी. इतना ही नहीं जब दोबारा एफआईआर की कॉपी लेने पहुंचे तो पुकिसकर्मियों ने उन्हें वहीं बैठा लिया और आरोपी शिक्षिका को वहीं बुलाने की बात भी कहने लगे. परिजनों का ये भी आरोप है कि बापचा थाने में पुलिसकर्मी आरोपी शिक्षिका राजीनामा करने का दबाव बनाने लगे. मासूम की मां ने बताया कि पुलिस ने राजीनामा नहीं करने पर उसके पिता को झूठे केस में फसाने की धमकी भी दी है .इस मामले में अब एसडीएम ने सीबीईओ को मामले की जांच रिपोर्ट तैयार करने के आदेश दिए हैं.
गौरतलब है इन दिनों बापचा थाना पुलिस सवालों के घेरे में है. हाल ही में एक सामूहिक गैंगरेप के मामले में भी पुलिस पर दो लाख रुपये लेकर आरोपियों को छोड़ने का आरोप लगाया है. रेप पीड़िता ने इस संबंध में एसपी को परिवाद दिया है. इस मामले के दो दिन बाद ही अध्यापिका द्वारा मारपीट करने के मामले में फिर एक बार बापचा पुलिस आरोप के घेरे में है.