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छबड़ा में महाशिवरात्रि मेले की तैयारियां जोरों पर, 2500 वर्ष पुराने शिवलिंग की होगी विशेष पूजा

बारां के छबड़ा में महाशिवरात्रि के पर्व पर 21 से 25 फरवरी तक कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा. इस कार्यक्रम में स्कूली बच्चों की ओर से सांस्कृतिक और रंगारंग कार्यक्रम प्रस्तुत किए जाएगे. साथ ही कॉमेडी शो, हाड़ौती और अखिल भारतीय कवि सम्मेलन का आयोजन किया जाएगा.

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Published : Feb 18, 2020, 10:10 AM IST

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महाशिवरात्रि मेला

छबड़ा (बारां). पूरे देश भर में 21 फरवरी को महाशिवरात्रि का पर्व मनाया जाएगा. छबड़ा नगर पालिका के तत्वाधान में नागेश्वर पहाड़ी तीखी डूंगरी पर आयोजित 5 दिवसीय महाशिवरात्रि मेले की तैयारियों को लेकर पालिका प्रशासन की ओर से अंतिम रुप दिया जा रहा है. 21 से 25 फरवरी तक आयोजित 5 दिवसीय महाशिवरात्रि मेले में इस बार स्कूली बच्चों की ओर से सांस्कृतिक और रंगारंग कार्यक्रम समेत कॉमेडी शो, हाड़ौती और अखिल भारतीय कवि सम्मेलन का आयोजन किया जाएगा.

महाशिवरात्रि मेले की तैयारियां जोरों पर

मेला कमेटी की ओर से मेले को भव्यता देने को लेकर नामी गिरामी कवियों को आमंत्रित किया गया. छबड़ा की नागेश्वर पहाड़ी स्तिथ तीखी डूंगरी नागेश्व मंदिर अपनी लोकप्रियता और श्रद्धालुओं की आस्था को लेकर एक अलग ही पहचान रखता है. वहीं हर साल की तरह इस साल भी छबड़ा नगर पालिका के तत्वाधान में 5 दिवसीय महाशिव रात्रि मेले कि युद्ध स्तर पर अंतिम तैयारियों को अंजाम दिया जा रहा है.

यह है यहां के प्राचिन शिव मंदिर की कहानी

पूर्व में यहां घनी पहाड़ी और जंगल था. पहाड़ी पर हनुमान जी का चबूतरा था. कस्बे के लोगों की तरफ से जब हनुमान मंदिर बनवाने को लेकर 22 अगस्त 1985 को नीवं की खुदाई करवाई गई तो 6 फिट गहरी नींव में एक शिवलिंग निकला. देखते ही देखते शिव लिंग निकलने की खबर पूरे कस्बे सहित कई गांवों में फैल गई. हजारों श्रदालुओं का तांता लग गया. लोग शिव लिंग की पूजा अर्चना करने लगे और धीरे-धीरे भोलेनाथ के एक विशाल मंदिर का निर्माण होने लगा.

पढ़ेंः बारां में 20 और 21 फरवरी को उद्योग समागम, कलेक्टर ने किया तैयारियों का अवलोकन

पुराने बुजुर्गों की मुताबिक उक्त शिव लिंग को करीबन 25 सौ साल पुराना बताया जाता है. उनका कहना है कि कई सालों पूर्व कोई साधु इस पहाड़ी पर तपस्या करता था किंतु वो शिव लिंग का अपमान और चोरी होने के डर से शिव लिंग को जमीन में गाड़ कर चला गया था. वहीं प्रतिवर्ष गत 25 से 30 सालों से छबड़ा नगर पालिका के तत्वाधान में महाशिवरात्रि के पर्व पर यहां नागेश्वर पहाड़ी तीखी डूंगरी पर 5 दिवसीय भव्य महाशिवरात्रि मेले का आयोजन किया जाता है. जिसमें पांचो दिन अलग अलग कार्यक्रमों सहित अखिल भारतीय कवि सम्मेलन जिसमें नामी गिरामी कवि भाग लेते है.

पढ़ेंः बारां: 1 किलो 15 ग्राम गांजे के साथ एक युवक गिरफ्तार

महाशिवरात्रि के दिन यहां करीबन 25 से 30 हजार श्रद्धालु भोलेनाथ के दर्शन और पूजा अर्चना करने आते है. मेले को लेकर पालिका की ओर से मेला कमेटी का गठन किया गया है. जिसमे कमलसिंह आसावत को पार्षदों की ओर से सर्व सहमति से मेला अध्यक्ष चुना गया है. मेला कमेटी की देख रेख में ही विभिन्न कार्यक्रम होंगे, पालिका की तरफ से मेले के लिए 16 लाख रुपये का बजट स्वीकृत किया गया है.

छबड़ा (बारां). पूरे देश भर में 21 फरवरी को महाशिवरात्रि का पर्व मनाया जाएगा. छबड़ा नगर पालिका के तत्वाधान में नागेश्वर पहाड़ी तीखी डूंगरी पर आयोजित 5 दिवसीय महाशिवरात्रि मेले की तैयारियों को लेकर पालिका प्रशासन की ओर से अंतिम रुप दिया जा रहा है. 21 से 25 फरवरी तक आयोजित 5 दिवसीय महाशिवरात्रि मेले में इस बार स्कूली बच्चों की ओर से सांस्कृतिक और रंगारंग कार्यक्रम समेत कॉमेडी शो, हाड़ौती और अखिल भारतीय कवि सम्मेलन का आयोजन किया जाएगा.

महाशिवरात्रि मेले की तैयारियां जोरों पर

मेला कमेटी की ओर से मेले को भव्यता देने को लेकर नामी गिरामी कवियों को आमंत्रित किया गया. छबड़ा की नागेश्वर पहाड़ी स्तिथ तीखी डूंगरी नागेश्व मंदिर अपनी लोकप्रियता और श्रद्धालुओं की आस्था को लेकर एक अलग ही पहचान रखता है. वहीं हर साल की तरह इस साल भी छबड़ा नगर पालिका के तत्वाधान में 5 दिवसीय महाशिव रात्रि मेले कि युद्ध स्तर पर अंतिम तैयारियों को अंजाम दिया जा रहा है.

यह है यहां के प्राचिन शिव मंदिर की कहानी

पूर्व में यहां घनी पहाड़ी और जंगल था. पहाड़ी पर हनुमान जी का चबूतरा था. कस्बे के लोगों की तरफ से जब हनुमान मंदिर बनवाने को लेकर 22 अगस्त 1985 को नीवं की खुदाई करवाई गई तो 6 फिट गहरी नींव में एक शिवलिंग निकला. देखते ही देखते शिव लिंग निकलने की खबर पूरे कस्बे सहित कई गांवों में फैल गई. हजारों श्रदालुओं का तांता लग गया. लोग शिव लिंग की पूजा अर्चना करने लगे और धीरे-धीरे भोलेनाथ के एक विशाल मंदिर का निर्माण होने लगा.

पढ़ेंः बारां में 20 और 21 फरवरी को उद्योग समागम, कलेक्टर ने किया तैयारियों का अवलोकन

पुराने बुजुर्गों की मुताबिक उक्त शिव लिंग को करीबन 25 सौ साल पुराना बताया जाता है. उनका कहना है कि कई सालों पूर्व कोई साधु इस पहाड़ी पर तपस्या करता था किंतु वो शिव लिंग का अपमान और चोरी होने के डर से शिव लिंग को जमीन में गाड़ कर चला गया था. वहीं प्रतिवर्ष गत 25 से 30 सालों से छबड़ा नगर पालिका के तत्वाधान में महाशिवरात्रि के पर्व पर यहां नागेश्वर पहाड़ी तीखी डूंगरी पर 5 दिवसीय भव्य महाशिवरात्रि मेले का आयोजन किया जाता है. जिसमें पांचो दिन अलग अलग कार्यक्रमों सहित अखिल भारतीय कवि सम्मेलन जिसमें नामी गिरामी कवि भाग लेते है.

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महाशिवरात्रि के दिन यहां करीबन 25 से 30 हजार श्रद्धालु भोलेनाथ के दर्शन और पूजा अर्चना करने आते है. मेले को लेकर पालिका की ओर से मेला कमेटी का गठन किया गया है. जिसमे कमलसिंह आसावत को पार्षदों की ओर से सर्व सहमति से मेला अध्यक्ष चुना गया है. मेला कमेटी की देख रेख में ही विभिन्न कार्यक्रम होंगे, पालिका की तरफ से मेले के लिए 16 लाख रुपये का बजट स्वीकृत किया गया है.

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