बारां. पूरे देश में इस वक्त उत्तर प्रदेश के हाथरस में नाबालिग बच्ची के साथ हुए दुष्कर्म को लेकर गुस्सा है. राजस्थान के बारां जिले में भी एक पिता ने पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए हैं. उन्होंने अपनी दो नाबालिग बेटियों को बहला फुसलाकर दूसरे शहरों में ले जाकर दुष्कर्म करने के आरोपियों को छोड़ने और मामले को सामान्य बताते हुए कार्रवाई करने का आरोप लगाया है. वहीं, पुलिस इन आरोपों से साफ इंकार कर रही है.
क्या है पूरा मामला?
बारां कोतवाली थाना इलाके में 18 सितंबर की रात को दो बहनें घर से गायब हो गई थी. दोनों लड़कियों की उम्र 13 और 15 साल है. लड़कियों के पिता ने 19 सितंबर को पुलिस में बहला-फुसलाकर लड़कियों को ले जाने का केस दर्ज करवाया था. जिसके बाद पुलिस ने मामला दर्ज कर आरोपियों को 20 सितंबर को गिरफ्तार किया था. पुलिस ने आरोपियों को कोर्ट में पेश किया. लेकिन लड़कियों ने कोर्ट में बयान दिया कि वो अपनी मर्जी से घर से गई थी.
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लड़कियों के पिता का क्या कहना है?
लड़कियों के पिता का कहना है कि उसकी बेटियों को नशीला पदार्थ खिलाकर उनके साथ दुष्कर्म किया गया है. लेकिन पुलिस इस अपहरण को सामान्य बता रही है. पुलिस उन आरोपियों पर भी कार्रवाई नहीं कर रही जो दोनों बहनों को बहला-फुसलाकर ले गए थे. लड़कियों के पिता का कहना है कि पुलिस ने दोनों लड़कियों के साथ एक लड़के को भी पकड़ा था, लेकिन उस लड़के को छोड़ दिया गया.
इस मामले में पुलिस का क्या कहना है?
इस मामले में जब ईटीवी भारत ने बारां एसपी डॉ. रवि से बात की तो उन्होंने बताया कि मुकदमा दर्ज होने के बाद पुलिस ने दोनों बालिकाओं को कोटा से दस्तयाब किया था. इसके बाद लड़कियों को बाल कल्याण समिति के सामने पेश किया गया था. जहां से उन्हें संरक्षण में भेज दिया गया. वहीं, इस मामले में दोनों नाबालिग बच्चियों के कोर्ट में बयान करवाए गए थे. जिसमें उन्होंने किसी पर भी आरोप नहीं लगाए.
एसपी ने कहा कि लड़कियों ने कोर्ट में बयान दिया था कि उनके पिता उन्हें घुमाने के लिए बाहर लेकर नहीं जाते थे. ऐसे में वो दोनों कोटा चली गई. उनके पास 500 रुपए भी थे. एसपी ने कहा कि अब परिजन और लड़कियां आरोप लगा रही हैं तो मामले को दोबारा खुलवा कर न्यायालय में दोबारा से बयान की अर्जी दे देंगे.