बारां. परवन वृहद सिंचाई परियोजना (Parban Dam Project) के तहत बनने वाले अकावद बांध (Akawad Dam) के कारण छीपाबड़ौद क्षेत्र के दर्जनों गांवों मे कुछ अलग तरीके का असर दिखाई दे रहा है.
स्थानीय विधायक प्रताप सिंह सिंघवी (MLA Pratap Singh Singhvi) इसकी तस्दीक करते हैं. कहते हैं कि जब से Dam का काम शुरू हुआ है तब से क्षेत्र मे कुंवारों की संख्या (Unmarried Men) बढ़ गई है. क्षेत्र के बड़ाय,बम्मोरी, बिलेंडी,सुखनेरी,बोरदा, पीपलिया जैसे गांव जो पूर्णरूप से डूबक्षेत्र मे आ रहे हैं उनमें यह समस्या आ रही है.
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करें तो क्या?
सिंघवी (MLA Pratap Singh Singhvi) ने बताया कि Dam का काम शुरू होने के कारण लोग पलायन करने की स्थिति मे हैं. बड़ी वजह बच्चों की शादी ब्याह में दिक्कत है. लोग रिश्ता करने से परहेज करने लगे हैं. रिश्ता करने वाला यह सोचता है कि इनका स्वयं ठिकाना नहीं है कहां रहेगें, नहीं रहेगें, क्या करेंगे ...? इन सब बातों को सोचते हुये व्यक्ति रिश्ता नहीं करता है.
सिंघवी का तर्क है कि इन वजहों से क्षेत्र में पिछले 3 सालों में कुंवारों की संख्या बढ़ी. विधायक अपनी तरफ से सरकार से अपील करते हैं. कहते हैं- सरकार इस ओर ध्यान दे तो अच्छा हो.
क्या है ये परियोजना?
गौरतलब है कि परवन वृहद सिंचाई परियोजना (Parban Dam Project) हाड़ौती की जीवन दायिनी परियोजना कही जाती है. इसके तहत परवन नदी (Parban River) पर अकावद (Akawad) गांव मे बनने वाले बांध के कारण छीपाबड़ौद क्षेत्र के दर्जनों गांव डूबक्षेत्र मे आ गये हैं. इन्हें सरकार इनका पुनर्वास करा रही है. दावा किया गया है कि लोगों को उनकी जमीनों मकानों और अन्य अचल सम्पत्ति का मुआवजा भी दे दिया गया है. चल अचल सम्पत्ति तो मिल रही है लेकिन विवाह का योग नहीं बन पा रहा है.