बांसवाड़ा. पंचायती राज चुनाव के पहले चरण में जिले की 4 पंचायत समितियों के 197 ग्राम पंचायतों में शुक्रवार को पंच और सरपंच पदों के लिए मतदान हुआ. मतदान की गति आश्चर्यजनक रुप से कम देखी गई, जबकि मतदान केंद्रों पर दिन भर मतदाताओं की कतारें लगी रही. वहीं दोपहर के 2 बजे तक भी अधिकांश मतदान केंद्रों पर मतदान 50 प्रतिशत तक भी नहीं हुआ था.
ईटीवी भारत ने जब मतदान कार्मिकों से बातचीत की तो सामने आया कि इस चुनाव में मतदान के दो तरीके अपनाए गए. जहां एक ओर सरपंच पद के लिए ईवीएम का उपयोग किया गया, वहीं पंचों के चुनाव के लिए बैलेट पेपर का उपयोग किया गया. जिसे ग्रामीणों को समझने में थोड़ी परेशानी भी हुई. खासकर ये परेशानी महिलाओं में देखने को मिली.
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मजे की बात यह देखने को मिली कि कुछ लोगों ने मुहर को ईवीएम पर लगा दिया, जिससे कारण बाद में ईवीएम को साफ करना पड़ा. ऐसा एक जगह नहीं, बल्कि बहुत से ग्राम पंचायतों में देखने को मिला. जिसके चलते प्रत्येक मतदाता के लिए 2 से 3 मिनट तक देना पड़ा. इसके कारण मतदान का प्रतिशत 10 बजे तक 15 से 20 प्रतिशत के बीच ही डोलता रहा.
इसके बाद मतदान कर्मियों ने नया तरीका अपनाया और कार्मिकों ने मतदाताओं को पहले ईवीएम का इस्तेमाल कराया. उसके बाद उन्हें बैलट पेपर और मुहर दी गई. इस प्रोसेस को अपनाने के बाद मतदान के प्रतिशत में तेजी आ पाई. इसके कारण कई मतदान केंद्रों पर शाम 6:30 बजे तक और 7 बजे तक मतदान प्रक्रिया चलती रही. जांच में यह भी पाया गया कि निर्वाचन विभाग कर्मचारियों के लिए भोजन की व्यवस्था तक नहीं कर पाया. जिससे दिनभर मतदान कर्मियों के साथ पुलिसकर्मियों को भी भूखे पेट रहने पड़े.