बांसवाड़ा. अपराधी चाहे कितना ही शातिर क्यों ना हो मौके पर अक्सर कुछ ने कुछ सुराग छोड़ जाता है और वही पुलिस के लिए उस तक पहुंचने में अहम कड़ी साबित होता है. सदर पुलिस प्रभु हत्याकांड का जल्द ही पर्दाफाश करने की स्थिति में पहुंच गई है. एक संदिग्ध के हाथ आने के साथ ही इस जघन्य हत्याकांड से प्याज के छिलके की तरह परते उधड़ने की संभावना है.
इस हत्याकांड की सबसे महत्वपूर्ण कड़ी पुलिस को हाथ लगी है. पुलिस द्वारा मृतक के मोबाइल नंबर को सर्विलांस पर डाला जो बांसवाड़ा के पास किसी गांव में एक महिला के पास पाया गया. महिला का पति आदतन अपराधी होने के साथ पुलिस को उसकी तलाश भी है. मृतक की इस वांछित अपराधी से खासी दोस्ती होना सामने आया है. वो संदिग्ध घटना के बाद से ही फरार है. जिसकी सरगर्मी से तलाश की जा रही है. उसके हाथ आने के बाद इस जघन्य हत्याकांड का राज खुलने की संभावना जताई जा रही है. वैसे इस मामले में महिला से जुड़ा कोई प्रकरण भी हो सकता है. पुलिस कॉल डीटेल्स के आधार पर कातिल तक पहुंचने का प्रयास कर रही है.
मृतक के घर गया था कातिल
पुलिस ने एफएसएल टीम के जरिए मौके से सुराग जुटाए. वहीं, डॉग स्क्वायड की भी मदद ली. मृतक का घर मौके से करीब डेढ़ किलोमीटर दूर माला बस्ती में है. वहां, पहुंचने के लिए आधा रास्ता पगडंडी से नापना पड़ता है. वहीं, कुछ दूरी सड़क मार्ग है. डॉग स्क्वायड कातिल जिस किसी पगडंडी पर पहुंचा, उस पगडंडी से होते हुए डॉग स्क्वायड अंततः मृतक के घर पहुंची. करीब डेढ़ से 2 घंटे तक डॉग स्क्वायड इधर से उधर घूमती रही और सीधे मृतक के घर पहुंची. इससे एक बात स्पष्ट है कि घटना से पहले या घटना के बाद कातिल एक बार मृतक के घर जरूर पहुंचा था.
बाइक पर मिला मानव रक्त
जैसे ही डॉग स्क्वायड मृतक के घर पहुंची और मोटरसाइकिल के इर्द-गिर्द घूमने लगी. अनुसंधान दल की नजर उस पर फैले रक्त पर पड़ी. सीट के अलावा ग्लास और अन्य कई कल पुर्जों पर भी रक्त फैला हुआ था. जानकारों के अनुसार इससे साबित होता है की प्रभु को मौत के घाट उतारने के बाद शव बाइक से खेत पर ले जाया गया. घर के आस-पास झगड़े जैसे कोई संकेत नहीं मिले हैं. ऐसे में किसी और स्थान पर हत्या किए जाने की आशंका से भी इंकार नहीं किया जा सकता है.
परिजनों ने बांधी मुंह पर पट्टी
सबसे आश्चर्यजनक प्रभु के परिजनों द्वारा चुप्पी साधे जाना है. पता चला है कि घटना की रात, घर पर कोई मेहमान आए हुए थे और मांस मदिरा की पार्टी भी हुई थी. मेहमान कौन कौन थे इस बारे में परिजन अपना मुंह नहीं खोल रहे हैं. जबकि घर पर मृतक का भाई और बहन मौजूद थे. यहां तक कि जिस चुन्नी से प्रभु को पेड़ से लटकाया गया, वह भी घर से ले जाई गई थी. मृतक के पिता केवजी से ईटीवी भारत द्वारा बातचीत की गई तो उन्होंने उस रात ड्यूटी पर जाने की बात कही. साथ ही घर पर मेहमान नवाजी के बारे में अनभिज्ञता जाहिर की. यह भी बात सामने आई है कि मृतक के पिता पहले शिनाख्त के लिए जाने को भी तैयार नहीं हुए. पुलिसकर्मियों द्वारा उन्हें मौके पर ले जाया गया. इतना कुछ होने के बाद भी परिजनों द्वारा मुंह पर पट्टी बांधे रखना पुलिस के भी गले नहीं उतर रहा है. पुलिस इस रहस्य को उजागर करने में भी जुटी हुई है.
हम कातिल के काफी करीब
पुलिस उपाधीक्षक प्रभाती लाल के अनुसार किस हत्याकांड की सबसे अहम कड़ी मृतक के मोबाइल की बरामदगी है. मोबाइल शहर के पास स्थित एक गांव में महिला के पास मिला, जिसके पति की पुलिस को तलाश है. उसके खिलाफ कई मामले चल रहे हैं. घटना के बाद से ही वह गायब है. उसकी तलाश की जा रही है और हम मामले को जल्द ही खोलने में सफल रहेंगे. बता दें, 22 वर्षीय प्रभु मईडा का शव गलकियां गांव के पास एक खेत में पेड़ पर लटका मिला था. उसका पूरा शरीर रक्त से सना हुआ था और सिर पर किसी भारी वस्तु की चोट का निशान था.