बांसवाड़ा. जिले शिक्षा विभाग ने ड्रॉप आउट बच्चों को दोबार स्कूलों की तरफ जोड़े का प्रयास कर रहा है. विभाग ने 2 जुलाई को होने वाले सामुदायिक बाल सभा के जरिए, आसपास के लोगों की स्कूली गतिविधियों में भागीदारी सुनिश्चित कर रहा है. इसके तहत हर साल की भांति नव प्रवेश करने वाले विद्यार्थियों का तिलक लगाकर स्वागत किया जाएगा. जिससे बच्चों का मनोबल बढ़ेगा और शिक्षा के प्रति जागरूक होंगे.
दरअसल, 2 जुलाई को होने वाले सामुदायिक बाल सभा के जरिए विभाग आसपास के लोगों की स्कूली गतिविधियों में भागीदारी सुनिश्चित कर रहा है. इसके तहत हर साल की भांति नव प्रवेश करने वाले विद्यार्थियों का तिलक लगाकर स्वागत किया जाएगा. वहीं, विद्यालय स्तर पर कक्षा 8, 10 और 12वीं में सर्वोच्च अंक प्राप्त करने वाले प्रतिभावान विद्यार्थियों का सम्मान किया जाएगा. कार्यक्रम में मौजूद विशिष्ट जनों से पौधारोपण कर पर्यावरण के प्रति बाल मन अपनी प्रतिबद्धता जाहिर करेगा. साथ ही स्वच्छता अभियान पर विशेष चर्चा होगी.
वहीं, राजीव गांधी कैरियर गाइडेंस पोर्टल के बारे में विशेष वार्ता के अलावा राज्य जिला और ब्लाक स्तर पर प्रकोष्ठ गठन और कार्य की जानकारी से रूबरू कराना प्रस्तावित है. इस दौरान गांव के प्रमुख भामाशाह की भी जानकारी दी जाएगी. बच्चों को छात्रवृत्ति और अन्य विभागीय परिणामों की विस्तृत जानकारी देने के साथ गत बाल सभा में श्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले एक, एक बालक बालिका को मंच पर सम्मानित किया जाएगा. बताया जा रहा है कि सार्वजनिक स्थल पर बालसभा के आयोजन का मुख्य उद्देश्य गांव के प्रमुख लोगों को स्कूल से जोड़कर ड्रॉपआउट बच्चों के नाम रजिस्टर्ड किए जाएंगे, ताकि उनके सहयोग से उनका फिर से प्रवेश सुनिश्चित किया जा सके.
मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी मणिलाल छगन के अनुसार बालोत्सव के पहले चरण में 25 जून तक संस्था प्रधान द्वारा आयोजन स्थल को चेंज किया जाएगा. वहीं, मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी द्वारा जिला स्तरीय स्काउट गाइड एंड सीओ से समन्वय कर लोगों की अधिकाधिक भागीदारी सुनिश्चित की जाएगी. 27 जून को पीले चावल के जरिए संस्था प्रधान द्वारा बाल सभाओं में जनप्रतिनिधियों को आमंत्रित किया जाएगा. बांसवाड़ा जिले में कुल 2556 सरकारी प्राथमिक एवं माध्यमिक विद्यालयों में एक साथ बालसभा होगी.