बांसवाड़ा. कोरोना महामारी के बीच राशन वितरण में गड़बड़ी की शिकायतों के बावजूद उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई नहीं करना बांसवाड़ा के जिला रसद अधिकारी को भारी गया है. खाद्य एवं आपूर्ति मंत्री रमेश मीणा ने मामले को गंभीरता से लेते हुए जिला रसद अधिकारी हजारीलाल अलोरिया को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है. इस कार्रवाई से विभागीय अधिकारियों में खलबली मची है.
बताया जा रहा है कि निलंबन का मुख्य कारण, ऐसे लोगों को भी गेहूं वितरित करना है, जो खाद्य सुरक्षा योजना में शामिल ही नहीं हैं. योजना में शामिल लोगों को ओटीपी के बाद ही गेहूं का वितरण किया जा सकता है. लेकिन बांसवाड़ा जिले में बड़ी संख्या में डीलरों ने इससे परे जाते हुए बिना ओटीपी के ही गेहूं वितरित कर दिए. जिसके चलते रसद विभाग के पास कई लोगों ने इसकी शिकायत गई. लेकिन विभागीय अधिकारियों की नींद नहीं खुली. नतीजतन शिकायतों का अंबार लग गया और आधे से अधिक गेहूं का वितरण बिना ओटीपी के हो किया गया. आरोप यह भी है कि ऐसे लोगों के खिलाफ कार्रवाई नहीं की गई.
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वहीं इन मामलों में विभाग ने कुछ डीलरों को बदल भी दिया, लेकिन इसमें भी विभाग ने जमकर मनमानी की है. लॉकडाउन के दौरान व्यवस्थाओं को लेकर भी विभागीय अधिकारी संतुष्ट नहीं थे. इन सब अव्यवस्थाओं को लेकर खाद्य एवं आपूर्ति मंत्री रमेश मीणा ने कार्रवाई करते हुए जिला रसद अधिकारी अलोरिया को निलंबित कर दिया है. फिलहाल उनके स्थान पर किसी अन्य अधिकारी को नहीं लगाया गया है. वहीं बिना अधिकारी के लॉकडाउन के दौरान खाद्य आपूर्ति की व्यवस्था लड़खड़ाने की आशंका से भी इनकार नहीं किया जा सकता.