बांसवाड़ा. बाल संरक्षण के कामकाज में आने वाली समस्याओं पर चर्चा के लिए यूनिसेफ के चीफ चाइल्ड स्पेशलिस्ट संजय कुमार निराला सोमवार को बांसवाड़ा पहुंचे. उन्होंने यहां बाल संरक्षण से संबंधित गैर सरकारी संगठनों और विभागीय अधिकारियों के साथ चर्चा कर उनके सुझाव पर भी अमल की. साथ ही प्रदेश के अन्य जिलों के मुकाबले जिले के कामकाज पर संतोष जाहिर किया.
इस दौरान निराला ने सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग कार्यालय परिसर में बाल संरक्षण के कामकाज की समीक्षा की. इसमें सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के उपनिदेशक असीन शर्मा, पुलिस उप अधीक्षक, एससी-एसटी सेल मनोज सांवरिया, सीआई अखिलेश कुमार, बाल संरक्षण समिति सदस्य मधुसूदन व्यास, किशोर न्याय बोर्ड के सदस्य सुभाष मेहता के साथ विभिन्न गैर सरकारी संस्थाओं के प्रतिनिधि मौजूद थे. निराला ने एक-एक कर बाल संरक्षण से संबंधित कामकाज में आने वाली समस्याओं के समाधान के बारे में सुझाव भी मांगे.
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निराला ने बताया कि यहां सबसे बड़ी समस्या पलायन की है. इस दिशा में विभाग काम करना चाहता है, लेकिन सबसे बड़ी समस्या आंकड़ों की है. हम डिस्ट्रिक्ट प्लान ऑफ एक्शन तैयार करने जा रहे हैं, लेकिन सबसे बड़ी समस्या यह है कि आंकड़े कहां से आएंगे और इसके लिए फंड कहां से जुटाए जाएगा. साथ ही दो स्कूलों का निरीक्षण भी किया गया, जहां अन्य जिलों से कामकाज बेहतर पाया गया.