बांसवाड़ा. जिले में बांसवाड़ा नगर परिषद के साथ गढ़ी प्रतापपुर नगरपालिका के भी चुनाव के परिणाम भाजपा और कांग्रेस दोनों ही दलों के लिए निराशाजनक रहें. जनता ने दोनों ही प्रमुख राजनीतिक दलों को मझधार में छोड़ते हुए सत्ता की चाबी निर्दलीयों के हाथ में थमा दी है.
बता दें कि इस नगर पालिका क्षेत्र में 25 वार्ड है. सत्ता तक पहुंचने के लिए 13 पार्षदों का होना जरूरी है, लेकिन यहां नगरपालिका के गठन के बाद पहली बार हुए चुनाव में जनता ने दोनों ही दलों को दरकिनार कर दिया है. वहीं 25 में से 11 वार्ड भाजपा जीतने में कामयाब रही तो कांग्रेस महज उससे एक वार्ड ही पीछे रही है. चार अन्य वार्डों में निर्दलीय मैदान मार गए. इस प्रकार सत्ता की चाबी दोनों ही दलों के पास नहीं रही और अध्यक्ष पद का दारोमदार निर्दलीयों पर निर्भर होकर रह गया.
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बांसवाड़ा नगर परिषद के चुनाव परिणामों के तुरंत बाद गढ़ी प्रतापपुर नगर पालिका के परिणामों को लेकर दोनों ही प्रमुख दलों के नेता गढ़ी प्रतापपुर पहुंच गए. भाजपा किसी तरह बांसवाड़ा में हार की भरपाई यहां से करना चाह रही है. पार्टी जिला अध्यक्ष मनोहर त्रिवेदी प्रमुख नेताओं के साथ वहां डेरा डाले हुए हैं. वहीं कांग्रेस के नेता भी गढ़ी प्रतापपुर पहुंच गए हैं. दोनों ही दल निर्दलीयों को अपने पाले में खींचने में जुटे हैं.
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अब देखने वाली बात यह होगी कि आखिर निर्दलीयों में से कौन कितने पार्षद अपने पाले में कर पाता है. इधर रिटर्निंग ऑफिसर गढ़ी रामचंद्र खटीक ने चुनाव परिणाम की जानकारी देते हुए बताया कि वार्ड 22 में मतदान के दौरान कुछ समय के लिए ईवीएम बंद हो गई थी. लेकिन इसे जल्द ही सुधार लिया गया. राज्य निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार वार्ड 22 के बीच चुनाव परिणाम घोषित कर दिए गए हैं.