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बांसवाड़ा हो रहा कोरोना मुक्त, 1 सप्ताह से कोई नया रोगी नहीं

बांसवाड़ा धीरे-धीरे कोरोना मुक्त होता जा रहा है. पिछले 1 सप्ताह से जिले में कोई नया रोगी सामने नहीं आया है. कुशलगढ़ में लगभग एक तिहाई रोगी संक्रमण से मुक्त होकर घर जा चुके हैं.

बांसवाड़ा न्यूज, banswara news
कोरोना को मात दे रहा है कुशलगढ़
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Published : Apr 25, 2020, 5:26 PM IST

बांसवाड़ा. अप्रैल के पहले पखवाड़े में एकाएक कोरोना पॉजिटिव रोगियों को लेकर प्रदेश का हॉटस्पॉट बना कुशलगढ़ वायरस के संक्रमण पर शिकंजा कसने में प्रशासन कामयाब होता दिखाई दे रहा है. पिछले 1 सप्ताह से जिले में कोई नया रोगी सामने नहीं आया है.

खास बात यह है कि कुशलगढ़ में लगभग एक तिहाई रोगी संक्रमण से मुक्त होकर जिंदगी की जंग जीत चुके हैं. अन्य मरीजों का स्वास्थ्य भी तेजी से सुधर रहा है और अगले कुछ दिनों में उनके घर लौटने की संभावना जगी है. फिलहाल संक्रमण मुक्त होकर उदयपुर से लौटे मरीजों को क्वॉरेंटाइन के तौर पर महात्मा गांधी चिकित्सालय में रखा गया है.

कोरोना को मात दे रहा है कुशलगढ़

कुल मिलाकर प्रशासनिक रणनीति और चिकित्सा विभाग के प्रयास रंग लाते नजर आ रहे हैं. हालांकि भविष्य में भी किसी प्रकार की आशंका नहीं रहे इसके लिए स्क्रीनिंग और सैंपल लेने का काम लगातार जारी है.

पढ़ेंः प्लाज्मा थेरेपी के लिए हम तैयार, ICMR की हरी झंडी का इंतजार: चिकित्सा मंत्री

बता दें कि 4 अप्रैल को बांसवाड़ा कस्बे में समुदाय विशेष के पिता पुत्र की रिपोर्ट पॉजिटिव आने के साथ ही वहां कर्फ्यू लगा दिया गया है. इसके बाद कुशलगढ़ में रोगियों का ग्राफ लगातार बढ़ता गया. स्थिति यह थी कि लगातार चार दिन तक कभी 12 कभी 13 रोगियों की पॉजिटिव रिपोर्ट ने चिकित्सा विभाग के साथ प्रशासन के भी हाथ पाव फुला दिए.

यहां 13 अप्रैल तक रोगियों की संख्या 59 तक जा पहुंची. इसके बाद लगातार 4 दिन तक यहां कोई नया रोगी नहीं आया लेकिन 17 अप्रैल को बांसवाड़ा शहर में एक महिला में कोरोना की पुष्टि ने प्रशासन को हिला कर रख दिया. इस बीच कुशलगढ़ में ही एक और रोगी में खुराना की पुष्टि हो गई. कुल मिलाकर जिले में रोगियों की संख्या 61 पहुंच गई. पॉजिटिव रोगियों के इस आंकड़े ने बांसवाड़ा को रेड जोन कैटेगरी में ला खड़ा किया.

इसके बाद कुशलगढ़ के साथ-साथ बांसवाड़ा शहर के वार्ड क्रमांक 5 को कर्फ्यू अर्थात कंटेनमेंट जोन में ले लिया गया. यहां घर-घर सर्वे के लिए 104 टीमें लगाई गई और संदिग्ध रोगियों के सैंपल लेने के काम को और भी तेज कर दिया गया.

पढ़ेंः अब घर बैठे डॉक्टर्स से ले सकते हैं परामर्श...जोधपुर IIT ने पूरे देश के लिए तैयार किया टेलीमेडिसिन पोर्टल

राहत की बात यह है कि जिले में 17 अप्रैल के बाद किसी भी नए व्यक्ति में कोरोना अपने पैर नहीं पसार पाया और धीरे-धीरे संक्रमण कंट्रोल में आता दिख रहा है. चिकित्सा विभाग के आंकड़े बताते हैं कि बांसवाड़ा जिला मुख्यालय पर 415 संदिग्ध रोगियों के सैंपल लिए गए वही सबसे ज्यादा प्रभावित कुशलगढ़ में 1073 लोगों के सैंपल उदयपुर में भेजे गए, इनमें से 61 को छोड़कर बाकी सारे लोगों के सैंपल नेगेटिव निकले.

कुल मिलाकर कुशलगढ़ में संक्रमण फैलने की आशंका अब खत्म होती जा रही है. 8 दिन बाद भी कोई नया रोगी नहीं आया. वही पॉजिटिव रोगियों को लेकर भी अच्छे समाचार सामने आ रहे हैं. बांसवाड़ा से एकमात्र महिला रोगी की रिपोर्ट नेगेटिव आ चुकी है. वहीं कुशलगढ़ जहां 60 रोगी है उनमें से 20 पूर्णत संक्रमण मुक्त हो चुके हैं और उन्हें डिस्चार्ज कर बांसवाड़ा भेज दिया गया है.

पढ़ेंः तपती दोपहरी में बच्चों और परिवार से दूर वर्दी वालों की कोरोना से जंग

इस प्रकार एपी सेंटर कुशलगढ़ एक तिहाई रोगी कोरोना से जंग जीतकर घर लौटने के करीब है. इन सभी नेगेटिव आए लोगों को एतिहाद के तौर पर बांसवाड़ा क्वॉरेंटाइन किया गया है. इस बारे में सीएमएचओ डॉक्टर एचएल ताबीयार का कहना है कि प्रशासनिक सहयोग से हम कुशलगढ़ में कामयाबी की ओर बढ़ रहे हैं.

विभाग की टीमें लगातार काम कर रही है उसी का नतीजा कहा जा सकता है कि पिछले आठ-दस दिन से हमारे यहां कोई नया पॉजिटिव रोगी नहीं आया है और हम संक्रमण मुक्ति की ओर बढ़ रहे हैं. सबसे खुशी की बात यह है कि हमारे 61 में से 21 रोगी संक्रमण मुक्त होकर बांसवाड़ा लौट आए हैं. आगे भी इस प्रकार की कोई गुंजाइश नहीं रहे इसके लिए हमारी टीमें लगातार काम में जुटी हैं.

बांसवाड़ा. अप्रैल के पहले पखवाड़े में एकाएक कोरोना पॉजिटिव रोगियों को लेकर प्रदेश का हॉटस्पॉट बना कुशलगढ़ वायरस के संक्रमण पर शिकंजा कसने में प्रशासन कामयाब होता दिखाई दे रहा है. पिछले 1 सप्ताह से जिले में कोई नया रोगी सामने नहीं आया है.

खास बात यह है कि कुशलगढ़ में लगभग एक तिहाई रोगी संक्रमण से मुक्त होकर जिंदगी की जंग जीत चुके हैं. अन्य मरीजों का स्वास्थ्य भी तेजी से सुधर रहा है और अगले कुछ दिनों में उनके घर लौटने की संभावना जगी है. फिलहाल संक्रमण मुक्त होकर उदयपुर से लौटे मरीजों को क्वॉरेंटाइन के तौर पर महात्मा गांधी चिकित्सालय में रखा गया है.

कोरोना को मात दे रहा है कुशलगढ़

कुल मिलाकर प्रशासनिक रणनीति और चिकित्सा विभाग के प्रयास रंग लाते नजर आ रहे हैं. हालांकि भविष्य में भी किसी प्रकार की आशंका नहीं रहे इसके लिए स्क्रीनिंग और सैंपल लेने का काम लगातार जारी है.

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बता दें कि 4 अप्रैल को बांसवाड़ा कस्बे में समुदाय विशेष के पिता पुत्र की रिपोर्ट पॉजिटिव आने के साथ ही वहां कर्फ्यू लगा दिया गया है. इसके बाद कुशलगढ़ में रोगियों का ग्राफ लगातार बढ़ता गया. स्थिति यह थी कि लगातार चार दिन तक कभी 12 कभी 13 रोगियों की पॉजिटिव रिपोर्ट ने चिकित्सा विभाग के साथ प्रशासन के भी हाथ पाव फुला दिए.

यहां 13 अप्रैल तक रोगियों की संख्या 59 तक जा पहुंची. इसके बाद लगातार 4 दिन तक यहां कोई नया रोगी नहीं आया लेकिन 17 अप्रैल को बांसवाड़ा शहर में एक महिला में कोरोना की पुष्टि ने प्रशासन को हिला कर रख दिया. इस बीच कुशलगढ़ में ही एक और रोगी में खुराना की पुष्टि हो गई. कुल मिलाकर जिले में रोगियों की संख्या 61 पहुंच गई. पॉजिटिव रोगियों के इस आंकड़े ने बांसवाड़ा को रेड जोन कैटेगरी में ला खड़ा किया.

इसके बाद कुशलगढ़ के साथ-साथ बांसवाड़ा शहर के वार्ड क्रमांक 5 को कर्फ्यू अर्थात कंटेनमेंट जोन में ले लिया गया. यहां घर-घर सर्वे के लिए 104 टीमें लगाई गई और संदिग्ध रोगियों के सैंपल लेने के काम को और भी तेज कर दिया गया.

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राहत की बात यह है कि जिले में 17 अप्रैल के बाद किसी भी नए व्यक्ति में कोरोना अपने पैर नहीं पसार पाया और धीरे-धीरे संक्रमण कंट्रोल में आता दिख रहा है. चिकित्सा विभाग के आंकड़े बताते हैं कि बांसवाड़ा जिला मुख्यालय पर 415 संदिग्ध रोगियों के सैंपल लिए गए वही सबसे ज्यादा प्रभावित कुशलगढ़ में 1073 लोगों के सैंपल उदयपुर में भेजे गए, इनमें से 61 को छोड़कर बाकी सारे लोगों के सैंपल नेगेटिव निकले.

कुल मिलाकर कुशलगढ़ में संक्रमण फैलने की आशंका अब खत्म होती जा रही है. 8 दिन बाद भी कोई नया रोगी नहीं आया. वही पॉजिटिव रोगियों को लेकर भी अच्छे समाचार सामने आ रहे हैं. बांसवाड़ा से एकमात्र महिला रोगी की रिपोर्ट नेगेटिव आ चुकी है. वहीं कुशलगढ़ जहां 60 रोगी है उनमें से 20 पूर्णत संक्रमण मुक्त हो चुके हैं और उन्हें डिस्चार्ज कर बांसवाड़ा भेज दिया गया है.

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इस प्रकार एपी सेंटर कुशलगढ़ एक तिहाई रोगी कोरोना से जंग जीतकर घर लौटने के करीब है. इन सभी नेगेटिव आए लोगों को एतिहाद के तौर पर बांसवाड़ा क्वॉरेंटाइन किया गया है. इस बारे में सीएमएचओ डॉक्टर एचएल ताबीयार का कहना है कि प्रशासनिक सहयोग से हम कुशलगढ़ में कामयाबी की ओर बढ़ रहे हैं.

विभाग की टीमें लगातार काम कर रही है उसी का नतीजा कहा जा सकता है कि पिछले आठ-दस दिन से हमारे यहां कोई नया पॉजिटिव रोगी नहीं आया है और हम संक्रमण मुक्ति की ओर बढ़ रहे हैं. सबसे खुशी की बात यह है कि हमारे 61 में से 21 रोगी संक्रमण मुक्त होकर बांसवाड़ा लौट आए हैं. आगे भी इस प्रकार की कोई गुंजाइश नहीं रहे इसके लिए हमारी टीमें लगातार काम में जुटी हैं.

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