बांसवाड़ा. बांसवाड़ा में गुरुवर रात करीब 11:00 बजे तमाम एंबुलेंस कर्मचारी हड़ताल पर (Ambulance Strike In Banswara) उतर आए. अपने साथी चालक के साथ हुई मारपीट के विरोध में सभी चालकों ने अपनी एंबुलेंस कोतवाली थाने के बाहर खड़ी कर दी. मारपीट की वजह घटना स्थल पर देरी से एंबुलेंस के पहुंचने को बताया गया है. समाचार लिखे जाने तक समझाइश का दौर जारी था.
क्या है मामला?: अंबापुरा थाना क्षेत्र के सेमलिया के निकट एक व्यक्ति का एक्सीडेंट (Accident In Banswara) हो गया. यह तो जानकारी नहीं हो सकी कि एक्सीडेंट कैसे हुआ. घटनास्थल पर बदहाल गोविंद (पुत्र छगन, निवासी बगेरी नलदा) घायल पड़ा हुआ था. हादसे के बाद वहां पर कुछ लोग पहुंचे और उन्होंने एंबुलेंस को फोन किया.
लोगों का आरोप है कि फोन करने के करीब 1 डेढ़ घंटे बाद मौके पर एंबुलेंस आई तो लोग गुस्सा हो गए. इस पर दोनों ओर से बहसबाजी हुई. बात इतनी बढ़ी की स्टाफ की पिटाई कर दी गई. पिटाई से एंबुलेंस का स्टाफ घायल हो गया.
स्टाफ एमजी अस्पताल में भर्ती: चालक के घायल होने पर मौके पर मौजूद खंडिया देव निवासी बाबूलाल ने एंबुलेंस चलाई. उसने घायल स्टाफ और रोड हादसे में जख्मी शख्स को एमजी अस्पताल पहुंचाया. अस्पताल पहुंचने पर घायलों को स्ट्रेचर नहीं मिला तो यहां पर अन्य ग्रामीणों ने हंगामा कर दिया.
अचानक हड़ताल पर उतरे एंबुलेंस कर्मचारी: जैसे ही एंबुलेंस कर्मचारियों को पता चला कि उनके स्टाफ के साथ मारपीट हुई है तो सभी एंबुलेंस कर्मचारी रात में हड़ताल पर उतर (Ambulance Strike In Banswara) गए. देखते ही देखते गुरुवार रात में करीब 11:00 बजे सभी एंबुलेंस को ले जाकर कोतवाली के बाहर खड़ा कर दिया.
एंबुलेंस कर्मचारियों की हड़ताल के बाद प्रशासन के हाथ-पैर फूल गए. तत्काल मौके पर पाडला चौकी स्टाफ को भेजा गया.अस्पताल और आसपास के क्षेत्र में भी जाब्ता लगा दिया गया है. शहर कोतवाल रतन सिंह चौहान ने बताया कि सुरक्षा के लिहाज से जाब्ता लगाया है रिपोर्ट ले ली गई है आगे कार्रवाई जारी है. इसके साथ ही वहां मौजूद दोनों पक्षों को समझाने की कोशिश की जा रही है.