बांसवाड़ा. घाटोल पंचायत समिति क्षेत्र में पड़ने वाली देलवाड़ा लोकिया ग्राम पंचायत में सरकार द्वारा अस्पताल स्वीकृत कर दिया गया है और इसके लिए राशि का भी आवंटन कर दिया गया है. लेकिन पंचायत के पास जमीन नहीं है. साथ ही अस्पताल के लिए गड्ढे में जमीन आवंटित की गई है. जबकि समतल जमीन पर कुछ दबंग लोगों द्वारा कब्जा कर लिया गया है. वहीं उनके सामने पंचायत भी बेबस नजर आ रही है.
इस समस्या को लेकर ग्राम पंचायत के लोग कलेक्ट्रेट पहुंचे और जिला कलेक्टर के समक्ष अपनी व्यथा रखी. पंचायत के लोगों का कहना है कि ग्राम पंचायत की आबादी भूमि पर लगातार कब्जे बढ़ रहे हैं. समुदाय विशेष के लोग चुनाव आने के साथ ही जमीनों पर कब्जे करना शुरू कर देते हैं. आज स्थिति यह है कि ग्राम पंचायत की आबादी भूमि पर लगभग एक दर्जन लोग अपना कब्जा जमा चुके हैं और उनका यह क्रम लगातार चल रहा है.
इस कारण पंचायत के पास आबादी जमीन ही नहीं बची है. नतीजतन अस्पताल के लिए गड्ढे वाली जमीन आवंटित की गई है. जबकि समतल जमीन पर समुदाय विशेष के लोगों द्वारा अपनी जमीन बेच कर कब्जा कर लिया गया है. ग्रामीणों की व्यथा यह है कि राशि आवंटन के साथ वर्क आर्डर भी जारी कर दिया गया है, परंतु ठेकेदार गड्ढे के कारण काम शुरू नहीं कर रहा है और लोग छोटे-मोटे इलाज के लिए शहर आने को मजबूर है.
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इस संबंध में प्रशासन को भी कई बार शिकायत की गई परंतु कोई कार्रवाई नहीं की गई है. इससे अतिक्रमण करने वाले लोगों के हौसले बुलंद है. ग्रामीणों का कहना है पंचायत की आबादी जमीन छुड़वा कर वहां पर अस्पताल का निर्माण कराया जाए. गांव के पूर्व सरपंच नारायण लाल के नेतृत्व में कलेक्टर के नाम दिए गए ज्ञापन में साफ कहा गया कि समुदाय विशेष के कब्जे बढ़ने से गांव में आक्रोश है और कभी भी विवाद हो सकता है.
भूतपूर्व सरपंच नारायण लाल के अनुसार हमने इस संबंध में पंचायत के जरिए संबंधित लोगों को नोटिस भी दिए थे, परंतु वे लोग नोटिस नहीं लेते है. गड्ढे में होने के कारण ठेकेदार भी अस्पताल भवन का निर्माण शुरू नहीं कर रहा है. अतिक्रमण करने वालों के खिलाफ प्रशासन ही कार्रवाई कर सकता है. वहीं ज्ञापन में अतिक्रमण को हटा कर अस्पताल के लिए जमीन आवंटित करने की मांग की गई है.