नई दिल्ली/ढाका : भारत सरकार ने बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना का वीजा बढ़ा दिया है. वहीं दूसरी तरफ बांग्लादेश की अंतरिम सरकार ने उनका पासपोर्ट रद्द कर दिया है.
बता दें कि शेख हसीना बीते सात महीने से भारत में रह रहीं हैं. वहीं भारत ने शेख हसीना का वीजा ऐसे समय में बढ़ाया है जब बांग्लादेश के द्वारा उन्हें वापस किए जाने की मांग की जा रही है. इतना ही नहीं बांग्लादेश की सरकार उनके खिलाफ गिरफ्तारी वारंट भी पहले ही जारी कर चुकी है.
शेख हसीना बांग्लादेश में देशव्यापी विरोध प्रदर्शन के दौरान भागकर 5 अगस्त 2024 को भारत आ गईं थीं. उनके बांग्लादेश से आने के बाद से नोबेल पुरस्कार विजेता मुहम्मद यूनुस के नेतृत्व में अंतरिम सरकार बनी है. इसके बाद से ही शेख हसीनी के विरुद्ध बांग्लादेश में हत्या के अलावा अन्य कई मामले दर्ज हुए हैं. हालांकि बांग्लादेश के द्वारा शेख हसीना से भारत से सौंपने के लिए अनुरोध किए जाने के बाद अभी तक कोई स्पष्ट जवाब भारत ने नहीं दिया है.
शेख हसीना समेत 96 का पासपोर्ट रद्द
बांग्लादेश की अंतरिम सरकार ने अपदस्थ प्रधानमंत्री शेख हसीना और 96 अन्य लोगों का पासपोर्ट रद्द कर दिया है. बताया जाता है कि यह कार्रवाई लोगों को जबरन गायब किए जाने के अलाव पिछले साल जुलाई में हुए मर्डर में उनकी कथित भूमिका को लेकर की गई है. साथ ही बताया गया कि पासपोर्ट विभाग ने जबरन गायब किए गए 22 लोगों के मामले में सम्मिलित व्यक्तियों के पासपोर्ट को रद्द कर दिया है. इसमें शेख हसीना सहित 75 लोगों के पासपोर्ट रद्द किए गए.
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