डूंगरपुर. देश में लगातार बढ़ते कोरोना वायरस के संक्रमण बीच जिले में पिछले कुछ दिनों से शान्ति बनी हुई हैं. बीते 6 दिनों से जिले में कोरोना का कोई नया पॉजिटिव केस सामने नहीं आया था. लेकिन पड़ोसी जिले बांसवाड़ा के कुशलगढ़ में आए 37 नए केसों ने डूंगरपुर प्रशासन की भी नींद उड़ा दी हैं. जिसके बाद प्रशासन एक बार फिर अलर्ट मोड में चला गया है. वहीं बांसवाड़ा से लगी सीमाओं पर और ज्यादा सख्ती बरतना शुरू कर दी हैं.
बता दें कि, बांसवाड़ा के कुशलगढ़ में पॉजिटिव आये सभी कोरोना पॉजिटिव बोहरा समुदाय से हैं. वहीं डूंगरपुर के गालियाकोट में बोहरा समुदाय की विश्व प्रसिद्ध पीर फखरूद्दीन की दरगाह हैं. गलियाकोट में सबसे ज्यादा बोहरा समुदाय के लोग रहते हैं. यहीं कारण है कि डूंगरपुर प्रशासन कोई रिस्क लेना नहीं चाहता है.
जिला कलेक्टर कानाराम ने कहा कि, इसे लेकर बांसवाड़ा के कलेक्टर और एसपी से बातचीत की गई है. जिसमें कुशलगढ़ के लोगों की गलियाकोट में संपर्क की हिस्ट्री खंगाली जा रही है. हालांकि अभी तक किसी की कोई सीधी संपर्क की हिस्ट्री नहीं मिली है, लेकिन पुलिस और प्रशासन मामले में कुशलगढ़ से डूंगरपुर आने वाले तमाम लोगों की कॉल डिटेल खंगाल रही है. वहीं दूसरी तरफ गलियाकोट में बोहरा समुदाय के हर व्यक्ति की स्क्रीनिंग की जाएगी.
पल्स पोलियो की तर्ज पर 3 दिनों में जिले के हर घर की होगी स्क्रीनिंग
कलेक्टर ने बताया कि, जिले में एक बार डोर-टू-डोर सर्वे का काम पूरा हो चुका है. लेकिन पल्स पोलियो की तर्ज पर एक बार फिर सर्वे करवाया जाएगा. 3 दिनों तक ये अभियान के तौर पर चलेगा, जिसमें स्वास्थ्यकर्मी घर-घर लोगों का जाकर सर्वे करेंगे.