बांसवाड़ा. जिले में हनुमान जी के दर्शन करने जा रहे पीपलवा गांव निवासी एक युवक, उसकी पत्नी और दो बच्चे बाइक सहित बहती नहर में गिर गए. जिससे युवक और दोनों बच्चों की मौत हो गई. लेकिन युवक की पत्नी ने बहादुरी दिखाई. मौत को सामने देखकर उसने मौत को मात देने के लिए अपनी ओर से हरसंभव कोशिश की. वह करीब 1 किलोमीटर तक तैरती रही. जिससे उसकी जान बच गई.
बता दें कि रविवार को पीपलवा गांव निवासी 40 वर्षीय देवी सिंह, पत्नी दीपिका और दो बच्चों के साथ भंडारिया हनुमान जी के दर्शन के लिए बाइक से जा रहे थे. केवलपुरा के कच्चे रास्ते की माही बांध की नहर के पास अचानक कंट्रोल खो बैठा और पत्नी बच्चों के साथ नहर में जा गिरा. जिसमें देवी सिंह और दोनों बच्चों की डूबने से मौत हो गई.
नहर में गिरने के बाद देवी सिंह की पत्नी दीपिका एक बारगी गहराई में जा पहुंची. लेकिन हिम्मत करके वह बाहर निकली और तैरती रहीं. करीब 1 किलोमीटर तक पानी की धारा के साथ तैरने के बाद केवलपुरा गांव के पास पहुंचकर बचाने की गुहार लगाई. जिसके बाद ग्रामीणों ने उसे बाहर निकाल लिया.
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महिला ने ग्रामीणों को हादसे के बारे में जानकारी दी. ग्रामीणों की सूचना पर पीपलवा से परिजनों के आने के अलावा ग्रामीण भी मौके पर पहुंचे. पुलिस का कहना है कि दीपिका साहस नहीं दिखाती तो शायद ही इस दुर्घटना के बारे में पता चल पाता. उसकी सूचना पर ही समय रहते कैनाल के गेट बंद करवा कर उसके पति और दोनों बच्चों के शव निकाले जा सके. अन्यथा उनके शव ढूंढ़ पाना मुश्किल हो जाता.
कोतवाली थाने के सहायक पुलिस उप निरीक्षक नारायण सिंह के अनुसार दीपिका 11वीं तक पढ़ी लिखी है और उसने इतनी बड़ी दुर्घटना के बावजूद खुद को संभाला और तैर कर बाहर निकली. उसकी सूचना पर ही इस दुर्घटना के बारे में पता चल पाया है.