भिवाड़ी (अलवर). चोपनकी स्थित उद्योग इकाई के श्रमिकों का पिछले कई दिनों से प्रबंधन के खिलाफ जमकर नारेबाजी का मामला चल रहा है. इस बीच मंगलवार को श्रमिकों का कंपनी प्रबंधन ने अचानक गेट बंद कर दिया. इससे सैकड़ों श्रमिक रोड पर आने और भूखे मरने की कगार पर आ गए हैं. श्रमिक जब ड्यूटी पर पहुंचे, तो श्रमिकों को इकाई के गेट पर ताला लगा मिला और श्रमिकों को इकाई के अंदर जाने से मना कर दिया गया. देखते ही देखते श्रमिकों का गुस्सा फूटा और श्रमिकों ने प्रबंधन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की.
इसकी सूचना पर चोपनकी पुलिस जाब्ते के साथ मौके पर पहुंची. थानाधिकारी ने अपने सीनियर अधिकारी को सूचना दी. सूचना मिलते ही भिवाड़ी डीएसपी हरिराम कुमावत, तिजारा उपखंड अधिकारी खेमाराम यादव, टपूकड़ा नायब तहसीलदार अजीतपाल यादव, लेबर इंस्पेक्टर राकेश कंपनी पहुंचे. वहां पहुंच कर उन्होंने कंपनी प्रबंधन और श्रमिकों की एक बैठक की. बैठक लगभग पांच घंटे चली. उस बैठक में श्रमिकों का पूरा हिसाब 15 फरवरी तक कर दिया जाएगा.
वहीं श्रमिकों का आरोप है कि उन्हें पिछले दो साल का बोनस और दो महीने की तनख्वाह नहीं मिल रही है. कंपनी प्रबंधन आज कल आज कल कर रहा है. कंपनी प्रबंधन ने बिना किसी सूचना के सभी श्रमिकों का गेट बंद करना कहीं न कहीं प्रबंधन के खिलाफ सवालिया निशान उठा रहा है. अब से पहले कंपनी प्रबंधन मीडिया से बचता हुआ नजर आया. जब स्थिति बेकाबू होता देख उच्च अधिकारियों का सहयोग ले कर समय लिया.
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वहीं कंपनी प्रबंधन ने प्रशासनिक अधिकारियों के सामने लिखित में दिया कि सभी श्रमिकों का पूरा हिसाब 15 फरवरी तक कर दिया जाएगा. तिजारा उपखंड अधिकारी खेमाराम यादव ने बताया कि पिछले कई दिनों से चोपनकी इकाई में श्रमिकों और प्रबंधन के बीच विबाद चल रहा था. इस पर प्रशासन और कंपनी प्रबंधन के बीच सभी श्रमिकों के बीच फैसला लिया गया कि सभी श्रमिकों का फाइनल हिसाब 15 फरवरी तक कर दिया जाएगा.