अलवर. अलवर नगर परिषद में शनिवार को बजट बैठक हुई. इस दौरान पार्षदों ने जमकर हंगामा किया. सभापति घनश्याम गुर्जर और पार्षदों के बीच कई बार कहासुनी हुई तो पार्षद विरोध स्वरूप धरने पर बैठे. पार्षदों ने कहा कि हर बार केवल बजट पास करवाया जाता है. पार्षदों से सुझाव नहीं लिए जाते हैं. कई घंटों तक हंगामा चलता रहा. वहीं, शोर शराबे को देखते हुए नगर परिषद में पुलिस बल की तैनाती की गई. पार्षदों के हंगामे के बाद सभी पार्षदों ने एक-एक करके अपने क्षेत्र की समस्या रखी.
बता दें कि नगर परिषद में शनिवार को अंतिम बजट पेश होना था. तय कार्यक्रम के अनुसार नगर परिषद के सभापति कमिश्नर, शहर विधायक व सभी पार्षद नगरपरिषद पहुंचे. इस दौरान पार्षदों ने जमकर हंगामा किया. पार्षदों ने कहा कि उनकी समस्या नहीं सुनी जाती है. उनके क्षेत्र में लोग परेशान हैं. पीने के पानी, लाइट बिजली, सड़क, नाली सहित मूलभूत सुविधाओं के लिए लोग परेशान हो रहे हैं. वार्डों में एक भी विकास का कार्य नहीं हुए हैं. ऐसे में परेशान जनता व लोग उनसे संपर्क करते हैं. उनके सामने अपनी समस्या रखते हैं. लेकिन पार्षदों की सुनने वाला कोई नहीं है.
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पार्षदों ने कहा कि सरकारी अधिकारी फोन नहीं उठाते हैं. यही कारण है कि विकास कार्यों पर ब्रेक लगा हुआ है. इस दौरान सभापति घनश्याम गुर्जर व पार्षदों के बीच कई बार कहासुनी भी हुई. सभापति ने हाथ जोड़कर पार्षदों से माफी मांगी. बावजूद इसके पार्षदों ने बजट सत्र नहीं चलने दिया. बजट सत्र के दौरान पार्षद जमीन पर बैठ कर धरना देने लगे. कई घंटों की मशक्कत के बाद एक-एक पार्षद ने अपनी समस्याएं रखी.
पार्षदों ने कहा कि हर बार केवल उनसे बजट पास करवाया जाता है. इससे पहले भी नगर परिषद में भ्रष्टाचार के कई गंभीर मामले सामने आ चुके हैं. नगर परिषद के सभापति रिश्वत के मामले में गिरफ्तार हो चुकी हैं. साथ ही कई अन्य कर्मचारी व नेता भी भ्रष्टाचार में लिप्त पकड़े गए हैं. शहर विधायक संजय शर्मा व सभापति घनश्याम गुर्जर पार्षदों को समझाते हुए दिखाई दिए व पार्षदों से उनके क्षेत्र की समस्या जानी. इस दौरान सभापति ने कहा कि सभी की समस्याओं को दूर किया जाएगा. बिगड़ते हालातों को देखते हुए नगर परिषद में पुलिस तैनात की गई.