अलवर. एक तरफ सरकारें प्रत्येक व्यक्ति को बिजली, पानी, सड़क जैसी मूलभूत सुविधाएं देने की बात करती है. दूसरी तरफ अलवर जिले में हजारों ऐसे उपभोक्ता हैं, जो बिजली कनेक्शन के लिए इंतजार कर रहे हैं. इसमें कृषि, घरेलू और व्यवसायिक कनेक्शन शामिल हैं. बिजली कनेक्शन के लिए उपभोक्ता बिजली विभाग के दफ्तर में चक्कर लगा रहे हैं. दूसरी तरफ सरकार के सभी दावे फाइलों तक सिमट कर रह गए हैं.
अलवर जिले में 8 लाख 50 हजार बिजली उपभोक्ता है. इसमें से 6 लाख डोमेस्टिक, सवा लाख कृषि कनेक्शन, अन्य व्यवसायिक और औद्योगिक उपभोक्ता हैं. हर 5 साल में नई सरकार बनती है. सरकार बड़े-बड़े दावे करती हैं, प्रत्येक व्यक्ति को बिजली, पानी और सड़क जैसे मूलभूत सुविधा देने के दावे किए जाते हैं. इन पर लाखों करोड़ों रुपया खर्च होता है लेकिन उसके बाद भी लोग अब भी मूलभूत सुविधाओं के लिए खासी परेशान रहते हैं. कहते हैं पानी बिजली प्रत्येक व्यक्ति का अधिकार है लेकिन अलवर में बिजली कनेक्शन के लिए हजारों लोग इंतजार कर रहे हैं.
बिजली विभाग के आंकड़ों पर नजर डालें तो अलवर जिले में 31 दिसंबर 2012 तक के कृषि कनेक्शनों के अनुसार 4936 मांग पत्र जारी किए गए हैं. इनमें से 1507 कनेक्शन रिलीज कर दिए गए हैं. जबकि 2526 कनेक्शन रिलीज करने की प्रक्रिया चल रही है. 2012 से लेकर 2021 तक 9 साल के हजारों की संख्या में कनेक्शन के लिए फाइलें विद्युत विभाग में धूल फांक रही हैं.
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डोमेस्टिक कनेक्शन की बात करें तो अलवर जिले में 8000 डोमेस्टिक कनेक्शन होना बाकी है. महीनों से लोग इनका इंतजार कर रहे हैं. इसमें 600 कनेक्शन अलवर शहर, खैरथल नगर पालिका, किशनगढ़ बास नगर पालिका व अन्य नगर पालिकाओं के हैं. जबकि अन्य 7400 कनेक्शन ग्रामीण क्षेत्र के हैं. इसी तरह से कमर्शियल व्यवसायिक कनेक्शन में 2 से 3 माह की वेटिंग चल रही है.
विद्युत विभाग के अधिकारियों ने कहा कि लगातार कनेक्शन जारी करने का काम चल रहा है. जल्द ही सभी उपभोक्ताओं को कनेक्शन जारी किए जाएंगे. साथ ही कृषि कनेक्शन सरकार की गाइड लाइन के अनुसार जारी किए जाते हैं. उनमें समय लग रहा है. ऐसे में साफ है कि सरकारी पूरी तरह से फेल हैं. लोग आज भी बिजली कनेक्शन के लिए खासे परेशान हो रहे हैं.